आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक शांति की हर किसी को जरूरत है। मेडिटेशन वो तरीका है जो आपकी लाइफ को आसान बना सकता है। भारत के ऋषि-मुनि हजारों सालों से ध्यान लगाते आ रहे हैं। योग के साथ मेडिटेशन के फायदों को अब साइंस ने भी मान लिया है। यह आपका स्ट्रेस कम करता है, ऐंग्जाइटी घटाता है, यादाश्त अच्छी करता है, ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है, कई तरह की लतों से उबरने में मदद करता है और आपको नींद भी अच्छी आती है। कुल मिलाकर मेडिटेशन करने से आपके मानसिक स्वास्थ्य के साथ शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
बड़ी बीमारियों में मिलती है राहत
हजारों साल पहले हमारे ऋषि-मुनि ध्यान लगाकर हमारे अंदर छिपे ज्ञान को पाने की कोशिश करते थे। आज मेडिटेशन दिमाग को शांत रखने और स्ट्रेस कम करने का तरीका माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मेडिटेशन करने से आपका दिमाग शांत होता है और कई समस्याओं के हल खुद ब खुद मिल जाते हैं। मेयोक्लीनिक.ओआरजी की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ रिसर्चेज में यह भी सामने आ चुका है कि ध्यान लगाने से ऐंग्जाइटी, अस्थमा, कैंसर, दर्द, डिप्रेशन, दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेश, सोने की दिक्कत और सिरदर्द जैसी बीमारियों के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं।
भागते मन को करता है कंट्रोल
जब हम तनाव में होते हैं तो शरीर कई तरह के इनफ्लेमेटरी केमिकल निकालते हैं। इन्हें साइटोकाइन्स कहते हैं। ये हमें डिप्रेशन की ओर ले जाते हैं। तनाव के रिस्पॉन्स में शरीर फाइट और फ्लाइट मोड में होता है। जिससे हार्ट बीट तेज रहती है, नींद नहीं आती और कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। ऐसे मेडिटेशन हमारे भागते मन को कंट्रोल में रखता है।
कैसे लगाएं ध्यान
मेडिटेशन कई तरह के होते हैं। आप इंटरनेट पर कोई भी गाइडेड मेडिटेशन सर्च कर सकते हैं। इसके अलावा आप क्लासेज भी जॉइन कर सकते हैं या कई जगह ध्यान केंद्र होते हैं वहां जा सकते हैं। आप शुरुआत कर रहे हैं तो ब्रीदिंग एक्सरसाइज से शुरू कर सकते हैं। गहरी सांस लें। सारा ध्यान सांसों पर केंद्रित करें। सांस अंदर लेते और बाहर छोड़ते वक्त आप कैसा महसूस कर रहे हैं इस पर ध्यान लगाएं। सांसों की आवाज को सुनें। ध्यान भटके तो फिर से सांसों पर फोकस करें। आप सांस लेने के साथ आंखें बंद करके अंदर ही अंदर अपने बॉडी के हर हिस्से पर ध्यान ले जाने की कोशिश करें।