बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कारोबारी के घर से दिनदहाड़े 50 लाख की लूट हो गई। सदर थाना इलाके के बीबीगंज में बुधवार दोपहर ढाई बजे बालू-गिट्टी-सीमेंट व्यवसायी सविता रंजन के घर में घुसे दो अपराधियों ने चाकू की नोक पर 50 लाख रुपये की संपत्ति लूट ली। अपराधियों ने 30 मिनट तक तीन कमरे में एक-एक अलमारी खोलकर 10 लाख रुपये नकदी और 40 लाख की कीमत के गहने लूट लिए। वे करीब तीन करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के कागजात भी ले गए। रुपये और गहने से ज्यादा अपराधी प्रॉपर्टी के पेपर की बेताबी से तलाश कर रहे थे।
सविता रंजन ने पुलिस को बताया कि वारदात के वक्त उनका बड़ा पुत्र शिवम रंजन और मां कृष्ण कुमारी देवी घर पर थीं। ज्यादा उम्र हो जाने से मां को दिखाई और सुनाई नहीं देता है। अपराधियों ने दरवाजे पर दस्तक दी तो शिवम गेट पर पहुंचा। दरवाजा अंदर से लॉक था। बाहर से अपराधियों ने आवाज दी कि चायपत्ती बेचते हैं, खरीदेंगे क्या? शिवम ने इनकार कर दिया। तब अपराधियों ने कहा कि ठीक है, एक ग्लास पानी ही पिला दीजिए। ग्लास में पानी लेकर शिवम ने जैसे ही गेट खोला, दोनों अपराधी उसके पेट में चाकू भिड़कर धक्का देते हुए घर के अंदर कर लिया और गेट बंद कर दिया। शिवम ने शोर मचाना चाहा तो अपराधियों ने कहा कि घर में बूढ़ी नानी और पड़ोसी को सजग करना चाहते हो, चाकू से गला काट देंगे। इसपर शिवम डर गया।
अपराधियों ने उसे बांधने के लिए फर्श पर पटका तो शिवम ने विरोध किया। इस क्रम में अपराधियों ने उसके कांधे पर दांत से काट लिया। शिवम के हाथ-पैर बांधने के साथ उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। उसे फर्श पर लिटाकर एक अपराधी चाकू भिड़ाए रहा। दूसरे अपराधी ने अलमारी खोलकर कैश और गहने बैग में भर लिए। प्रॉपर्टी के पेपर तलाशने के लिए अलमीरा, दीवान के बॉक्स, अटैची आदि के तमाम सामान बिखेर दिए। प्रॉप्रटी के पेपर मिलने में विलंब होने पर शिवम के साथ मारपीट भी की। जब सारे पेपर मिल गये तो शिवम को फर्श पर छोड़कर सीसीटीवी का डीबी बॉक्स खोलकर साथ लेते गए।
अपराधी बीबीगंज मोहल्ला वाली सड़क की ओर से गेट खोलवाकर घर में आए और लूटपाट के बाद पीछे के दरवाजे का ताला तोड़कर एनएच-28 की ओर निकल गए। अपराधी दो मोबाइल भी अपने साथ ले गए हैं, जो शाम पांच बजे तक चालू था। इसकी लोकेशन चांदनी चौक से कांटी की ओर मिली। वारदात की सूचना मिलने के बाद सदर थानेदार और पुलिस अधिकारी क्राइम मीटिंग के बाद घटनास्थल पर पहुंचे। एसएसपी का कहना है कि लुटेरों की पहचान के लिए बीबीगंज से चांदनी चौक तक एक-एक सीसीटीवी खंगाला जा रहा है। पूछताछ में किसी करीबी का हाथ होने की आशंका घर वाले जता रहे हैं। इस दृष्टिकोण से भी जांच की जा रही है।
पति की मौत के बाद पत्नी देख रही कारोबार
सविता रंजन के पति नलिनी रंजन की मौत बीते साल 24 अप्रैल को कोरोना से हो गई थी। नलिनी रंजन भाजपा के नेता और तुर्की ओपी के मधौल गांव के रहने वाले थे। सविता बीबीगंज स्थित मायके में रहकर कारोबार संभाल रही है। पुत्र शिवम भी इसमें हाथ बंटाता है। शहर से लेकर कांटी और मधौल तक काफी प्रॉपर्टी है। छोटा पुत्र 10 साल का शुभम रंजन वारदात के समय स्कूल में था।
घर में एक-एक कोने से वाकिफ थे अपराधी:
सविता रंजन और पुत्र शिवम ने पुलिस को बताया कि अपराधी घर के एक-एक कोने से वाकिफ थे। सीसीटीवी का डीवीआर बॉक्स कहां रहता है और किस अलमारी में कैश और गहने मिलेंगे, इस बारे में भी जानते थे। प्रॉपर्टी और पेपर के संबंध में भी बहुत कुछ जान रहे थे। वारदात के समय सविता कांटी स्थित दुकान पर गई थी, यह भी अपराधी जानते थे। सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्र ने बताया कि इससे लगता है कि काफी दिनों से अपराधी इस परिवार की रेकी कर रहे थे।