शेरकोट/धामपुर। शेरकोट में शनिवार सुबह ही हाईवे स्थित मनोकामना मंदिर के पुजारी की हत्या कर दी गई। सुबह मंदिर की सफाई को पहुंची महिलाओं ने मंदिर का मुख्य दरवाजा खुलते नहीं देखा तो दूसरे दरवाजे के निकट सो रही उनकी पत्नी से दरवाजा खुलवाया। मंदिर परिसर में खून से सना शव पड़ा था। पुजारी के सिर पर प्रहार किया गया। एएसपी पूर्वी सहित कईं थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मंदिर भूमि स्वामी की ओर से पुलिस को तहरीर सौंप दी गई है।
शेरकोट में बैराज पुल से थोड़ा पहले मनोकामना मंदिर है। यहां नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव पुरैना निवासी लगभग 70 वर्षीय बेगराम सिंह पुजारी थे। वह पिछले कईं वर्षों से अपनी पत्नी जावित्री के साथ मंदिर में पुजारी थे। शनिवार सुबह करीब चार बजे प्रतिदिन मंदिर सफाई के लिए जब कुछ महिलाएं पहुंची तो उन्होंने मंदिर के मुख्य दरवाजे को खटखटाया। जब मुख्य दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने दूसरे दरवाजे को जाकर खटखटाया। इस दरवाजे को पुजारी की पत्नी जावित्री देवी ने खोला। वह मंदिर स्थित कमरे के भीतर सो रहीं थी।
मंदिर परिसर की ओर जब ये महिलाएं पहुंची तो उन्हें वहां बेगराम सिंह मृत अवस्था में मिले। उनके सिर से खून बह रहा था। घटना के बाद शोर मच गया और लोगों की भीड़ मौके पर जुटना शुरू हो गई। सूचना के बाद एएसपी पूर्वी ओमवीर सिंह भी पहुंचे और कईं थानों की पुलिस वहां तैनात हो गई। सुबह सवा सात बजे तक एसपी बिजनौर दिनेश सिंह भी पहुंच गए और घटना के बारे में जानकारी की। एएसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि प्रथम दृश्यता पुजारी की हत्या प्रतीत हो रही है। उनके पास मिला खून से सना डंडा इस बात की ओर इशारा कर रहा है।
बुलाई जा रही फोरेंसिक टीम
घटना के बाद मंदिर परिसर को लगभग सील कर दिया गया और फोरेंसिक टीम सहित कईं अन्य टीमें सक्रिय हो गईं। पुलिस पूछताछ में लगी है। पुलिस ने जल्द ही घटना का खुलासा करने का आश्वासन दिया है।
रंजिश प्रतीत हो रही हत्या की वजह
हालांकि अभी पुलिस पूछताछ और जांच जारी है लेकिन प्रथम दृष्टया पुजारी की हत्या रंजिश भी प्रतीत हो रही है। बताया जा रहा है कि फिलहाल तक कोई ऐसे साक्ष्य नहीं मिले हैं जिसमें लूट आदि की घटना प्रतीत हो।