शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अब नए रोल में दिखाई देंगे। पार्टी के राज्यसभा सांसद और मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक रहे संजय राउत के जेल जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने यह काम संभाल लिया है। पातरा चॉल घोटाले में ईडी ने पिछले दिनों संजय राउत को अरेस्ट कर लिया था और फिलहाल वह उसकी ही हिरासत में हैं। ऐसे में शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी ली है। उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक का पद संभाला है। एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र में सत्ता गंवानी पड़ी थी।
इसके साथ ही बड़े पैमाने पर हुई बगावत के बाद पार्टी पर भी उनकी पकड़ ढीली हो गई। इस बीच पातरा चॉल घोटाले में ईडी द्वारा शिवसेना सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी ने ठाकरे को एक और बड़ा झटका दिया। ऐसे में शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को ठाकरे ने अपने हाथ में ले लिया है। उद्धव ठाकरे को एक बार फिर अखबार के संपादक के रूप में नामित किया गया है। तीन साल पहले उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे को सामना के प्रधान संपादक की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन उद्धव ने खुद को फिर से नियुक्त कर लिया है।
शुक्रवार को ‘सामना’ अखबार में संपादक के तौर पर उद्धव ठाकरे का नाम लिखा गया। ‘सामना’ का संपादन अब तक ठाकरे परिवार के पास ही रहा है। वहीं राज्यसभा सांसद संजय राउत को कार्यकारी संपादक बनाया गया है। राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ की शुरुआत 1989 में हुई थी। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने अखबार के संपादक के रूप में काम किया था। 2012 में उनकी मृत्यु के बाद उद्धव ठाकरे को उनके उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। 2019 में मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकरे ने संपादक का पद छोड़ दिया था और उनकी जगह उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे ने ले ली।