राजस्थान की राजनीति में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के जांच एजेंसी को वॉइस सैंपल नहीं देने के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। पायलट कैंप के मंत्री माने जाने वाले प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा है। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि पायलट की बगावत के समय मानेसर मामले में मेरी और मंत्री गजेंद्र शेखावत की कोई बात हुई बताई थी। उस मामले को लेकर राजस्थान की पुलिस कई बार मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मिल चुकी, लेकिन वो वॉइस सैंपल देने से कतरा रहे हैं। जबकि मैं तो सैंपल देने को तैयार हूं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में सचिन पायलट की बगावत के समय पायलट समर्थक विधायकों की गुड़गांव के मानेसर होटल में बाड़ाबंदी हुई थी। उन विधायकों में मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी शामिल थे।
मंत्री विश्वेंद्र सिंह पर लगे थे शेखावत से मिलीभगत के आरोप
वर्ष 2020 में कांग्रेस का एक खेमा सचिन पायलट के साथ मानेसर के होटल में रुका था। उस समय केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मंत्री विश्वेंद्र सिंह की आपसी बातचीत होने की चर्चा सामने आई थी। इस मामले को लेकर राजस्थान सरकार ने कई बार गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉइस सैंपल लेने की बात उठाई गई।राजस्थान पुलिस ने कई बार प्रयास भी किए, लेकिन गजेंद्र शेखावत ने अपना वॉइस सैंपल नहीं दिया। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने फिर से यह मुद्दा उठाया है। जबकि इससे एक दिन पहले गुरुवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पसोपा आए थे। उन्होंने राजस्थान सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं अन्य मंत्रियों को लेकर बयान दिए थे।
गहलोत ने शेखावत को लिया था निशाने पर
पायलट की बगावत के समय केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर सरकार गिराने के आरोप लगे थे। शेखावत ने चौमू में आयोजित भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा था कि पायलट साहब से थोड़ी कमी रही गई, वरना राजस्थान में भी मध्यप्रदेश जैसे हालात होते। सीएम गहलोत ने शेखावत के बयान को आधार बनाकर सचिन पायलट पर निशाना साधा था। विश्वेंद्र सिंह के बयान के बाद एक बार फिर वाॅयस सैंपल देने का मुद्दा गर्मा गया है। फोन टैपिंग मामले में सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच कोर्ट में मामला भी चल रहा है। शेखावत ने लोकेश शर्मा े खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज कराया था।