महाराष्ट्र के अमरावती जिले में उमेश कोल्हे हत्याकांड में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की ओर से गिरफ्तार दो और आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों मुशफीक अहमद और अब्दुल अरबाज को 12 अगस्त तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है। इन दोनों आरोपियों को एनआईए ने अमरावती से ही गिरफ्तार किया है। इन दो आरोपियों मिलाकर एनआईए अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। 21 जून को दो लोगों ने उमेश कोल्हे का गला काटकर उस वक्त हत्या कर दी जब वह अपनी मेडिकल शॉप से मोटलसाइकिल पर लौट रहे थे।
मामले की जांच कर रही एनआईए ने पिछले महीने बड़ा दावा किया था। एजेंसी का कहना था कि यह वारदात कुछ लोगों के समूह की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी। इसका मकसद देश के एक विशेष समुदाय के बीच दहशत फैलाना था। साथ ही यह धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास भी था। कोल्हे की हत्या मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, भारत के लोगों को एक समुदाय को आतंकित करने के लिए साजिश रची गई। इस मामले का कनेक्शन नेशनल और इंटरनेशनल भी हो सकता है।
आरोपियों के आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का शक
पिछले महीने एनआईए ने अदालत को बताया था कि यह दर्शाने के लिए आधार है कि आरोपी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे। एजेंसी ने कहा कि आरोपियों की कोल्हे से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन उनका इरादा लोगों को आतंकित करना था। एनआईए ने कहा कि ऐसा ही अपराध कहीं और भी हुआ है। एजेंसी शर्मा का समर्थन करने पर उदयपुर में एक दर्जी की हत्या का हवाला दे रही थी। उसने अदालत को बताया कि यह गहरी साजिश है।
नूपुर शर्मा के समर्थन में की थी टिप्पणियां
केमिस्ट कोल्हे ‘ब्लैक फ्रीडम’ नाम के व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा थे, जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों ही मेंबर्स शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कोल्हे ने इस ग्रुप में नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ धार्मिक टिप्पणियां की थीं। इस पोस्ट को उनके दोस्त और ग्राहक यूसुफ खान ने दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया। इनमें से एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘कालिम इब्राहिम’ नाम का था।