समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने सोमवार शाम सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इस दौरान राम गोपाल यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन भी सौंपा था जिसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने ट्वीट कर इस मुलाकात को लेकर सवाल उठाया है। शिवपाल यादव ने राम गोपाल यादव की चिट्ठी सार्वजनिक करते हुए ट्वीट पर लिखा- न्याय की यह लड़ाई अधूरी क्यों हैं? आजम खान साहब, नाहिद हसन, शहजिल इस्लाम और अन्य कार्यकर्ताओं के लिए ये लड़ाई क्यों नहीं है? जानकारी के मुताबिक रामगोपाल यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को यही चिट्ठी लिखी थी जिसे शिवपाल यादव ने ट्वीट किया है। इस चिट्ठी में कहीं भी आजम खान, नाहिद हसन, शहजिल इमाम का नाम नहीं है जिसको लेकर शिवपाल यादव ने ट्वीट किया है।
गौरतलब है कि सोमवार शाम राम गोपाल यादव ने मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद राम गोपाल यादव ने कहा कि उन्होंने सीएम योगी से मिलकर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं और खास तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर किए जा रहे आधारहीन पुलिस मुकदमों की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया। राम गोपाल यादव ने कहा कि पिछड़ों और मुसलमानों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा ‘मुख्यमंत्री ने मेरी बात धैर्यपूर्वक सुनी और मेरे द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लिया और आश्वासन दिया कि किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि वह पार्टी के नेता हैं और अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को परेशान किया जा रहा है तो मुख्यमंत्री के सामने इस मुद्दे को उठाना उनका कर्तव्य है जो उन्होंने किया है।
जानकारी के मुताबिक राम गोपाल यादव ने सीएम योगी के साथ बैठक में एक घटना को उदाहरण के तौर पर पेश किया जिसमें कथित तौर पर पुलिस ने सपा नेता के एक ईंट भट्ठे पर छापा मारा और पूरे परिसर में पानी के टैंकर चलाए जिससे कच्चे ईंटों को खासा नुकसान हुआ।