बिहार के किशनगंज में रिश्तों का कत्ल करने वाली कातिल हसीना करतूत उजागर हुई है। पुलिस ने उसे आशिक देवर और एक अपराधी के साथ सलाखों के पीछे भेज दिया है। बीते 26 जुलाई की रात को एमजीएम कर्मी पप्पू गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। पति की लाश पर दहाड़ मार कर रोने वाली पत्नी प्रीति ने ही सुपारी किलर से उसकी हत्या कराई थी। दरअसल उसकी हत्या प्रेम प्रसंग में कराई गई। इस मामले में पुलिस को मृतक के भाई पर शक हुआ। गहन छानबीन में कत्ल के सारे राज परत दर परत खुल गए।
किशनगंज के चर्चित एमजीएम कर्मी पप्पू गुप्ता हत्याकांड मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इस कांड में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया जिनमें मृतक की पत्नी प्रीति गुप्ता और एक रिश्ते का भाई राजकुमार साह शामिल है। गिरफ्तार तीसरा शख्स सुपारी किलर है जिसे पप्पू की हत्या के लिए दो लाख की सुपारी दी गई थी। मंगलवार को गिरफ्तार मुख्य आरोपी मृतक की पत्नी प्रीति गुप्ता, मृतक के भाई राजकुमार गुप्ता व एक अन्य शूटर सूरज पासवान को मेडिकल के बाद जेल भेजा गया। घटना में छह आरोपी शामिल थे। अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संदिग्ध ठिकानों में छापेमारी कर रही है।
अशिक देवर को बार बार घर बुलाती थी आरोपी पत्नी
इधर गिरफ्तार महिला आरोपी मृतक पप्पू गुप्ता की पत्नी प्रीति गुप्ता के कुकृत्य की शहर में चर्चा होती रही। पकड़ा गया आरोपी देवर राजकुमार पहले भी अपनी भाभी से मिलने किशनगंज आया करता था। प्रीति उसे बार बार घर बुलाती थी। लेकिन उसके भाई पप्पू को राजकुमार का किशनगंज बार-बार आना पसंद नहीं था। इसके बाद ही पप्पू की पत्नी प्रीति ने अपने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनायी थी। वह हमेशा मौके के तलाश में रहती थी।
पत्नी का करियर संवारना चाहता था पप्पू
मोहल्ले के लोग बताते हैं कि पप्पू अपनी पत्नी को बीएससी नर्सिंग का कोर्स करवाकर नौकरी दिलवा कर उसके जीवन को संवारना चाहता था। मानवीय रिश्ते को शर्मसार करने वाली की घटना को लेकर शहर में कई तरह की चर्चा है। यहां बता दें कि 26 जुलाई को किशनगंज शहर के पूरबपाली के पास पप्पू गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले का उदभेदन करते हुए एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनू के निर्देश पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी के नेतृत्व वाली टीम में किशनगंज सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह, एएसआई संजय यादव, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक कुणाल कुमार, रुपाली कुमारी व अन्य शामिल थे।