पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद पूर्व पीएम इमरान खान मौजूदा सरकार पर खूब हमलावर हैं। इमरान महीनों से बड़ी-बड़ी रैलियां निकाल रहे हैं जिसमें भारी भीड़ भी जुट रही है। इस बीच इमरान खान ने सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ बातचीत के लिए बैठने की किसी भी संभावना से इनकार किया। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि वे ‘आतंकियों’ और ‘अलगाववादियों’ से बात कर सकते हैं लेकिन ‘चोरों’ से नहीं।
बुधवार के दिन को इमरान खान की पार्टी ने ‘धन्यवाद दिवस’ के रूप में मनाया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “मैं [तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान], बलूचिस्तान और सिंध के अलगाववादियों से बात कर सकता हूं, लेकिन चोरों से नहीं। क्या तुम किसी ऐसे व्यक्ति से बात करोगे जो तुम्हारा घर लूटता है?” बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) एक आतंकी संगठन है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को पाकिस्तानी तालिबान भी कहा जाता है। यह अफगान-पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय एक आतंकवादी समूहों का संगठन है।
इस दौरान इमरान ने कहा, “अपने पूरे जीवन में, मैंने ऐसा उत्साह केवल एक बार पहले देखा है, और वह 1965 के युद्ध के दौरान था; उस समय सभी को लगता था कि देश लड़ रहा है। और अब, मैंने पंजाब के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव के दौरान जनता के बीच वही उत्साह देखा।”
क्यों ‘धन्यवाद दिवस’ मना रही इमरान की पार्टी?
कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शरीफ ने नाटकीय घटनाक्रम के बीच महज तीन मतों के अंतर से जीत हासिल करते हुए शनिवार को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हमजा की जीत की घोषणा होने के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए और विपक्षी उम्मीदवार ने इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। न्यायालय ने फैसला पलट दिया और अब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) के नेता चौधरी परवेज इलाही को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। पीएमएल-क्यू इमरान खान की पार्टी पीटीआई की सहयोगी है।
कोर्ट के इस फैसले से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनके बेटे हमजा शरीफ से ‘‘ट्रस्टी’’ मुख्यमंत्री का दर्जा भी छिन गया है। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार देर रात मजारी के पंजाब के मुख्यमंत्री पद के चुनाव में 10 मतों को खारिज करने का विवादित फैसला ‘‘गैरकानूनी’’ करार दिया और कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित उम्मीदवार इलाही पंजाब के नए मुख्यमंत्री होंगे।