लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में भागीरथी एंक्लेव के बेसमेंट में मेदांता अस्पताल की नर्स राशि मिश्र (23) का शव संदिग्ध हालात में मिला। उसकी चप्पल अपार्टमेंट के 14वें माले पर मिली। सीसीटीवी फुटेज में वह कुछ देर पहले लिफ्ट से 14वीं मंजिल पर अकेले जाते दिखी है। शुरुआती पड़ताल में हत्या की आशंका जताई जा रही है। अबतक मिले सबूत भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि पुलिस अभी साफ नहीं कर पा रही है कि राशि की हत्या कर किसी ने शव नीचें फेंका है या उसने खुद 14वें माले से कूद कर जान दी है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे कार्रवाई होगी।
अवध विहार में बने भागीरथी एंक्लेव में दोपहर करीब दो बजे बेसमेंट में नर्स का शव मिलते ही हड़कम्प मच गया। चौकीदार ने पुलिस को सूचना दी। राशि का पैर टूट चुका था और सिर के पिछले हिस्से से खून भी बह रहा था। नर्स की पहचान उससे मिले आधार कार्ड से हुई। एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि राशि के पिता राजेश मिश्रा की आलमबाग में चाय की दुकान है। राशि ने ऐरा मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग की थी। इसी 21 जुलाई को मेदांता में नर्स की नौकरी शुरू की थी। वह गोमतीनगर विस्तार स्थित अस्पताल के हॉस्टल में रहती थी।
लिफ्ट से अकेले गई ऊपर
भागीरथी अपार्टमेंट में लगे कैमरों की फुटेज जब देखी गई तो उसमें राशि करीब पौने 12 बजे लिफ्ट से 14 वें फ्लोर पर जाती दिखी। उसने अपनी पीठ पर एक बैग टांग रखा था। उसकी चप्पल ऊपर ही हवा निकालने के लिए बनी डक के पास पड़ी मिली। बैग में दो मोबाइल मिले हैं।
हत्या कर शव फेंकने की आशंका
स्थानीय लोगों ने कहा कि इतनी ऊपर से अगर राशि गिरी होती तो उसके सिर पर गंभीर चोट आई होती और काफी खून बहा होता जबकि ऐसा नहीं हुआ। जिस माले पर वह गई वहां पर कोई नहीं रहता है। इससे लगता है कि कोई उसे जानकर वहां ले गया। उसकी हत्या करने के बाद शव दूसरे या तीसरे माले से नीचे फेंक दिया होगा। हालांकि पुलिस अफसर इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत की वजह पूरी तरह से साफ होगी। अपार्टमेंट के कुछ और फुटेज खंगाले जा रहे हैं। एडीसीपी ने दुराचार से इनकार किया है। यह सवाल भी उठा कि इतने ऊपर से गिरने पर चोट और ज्यादा आती जबकि उसके गम्भीर चोट नहीं दिखी।
बड़ा सवाल: अपार्टमेंट में क्यों गई राशि
अपार्टमेंट में नर्स का शव मिलने से स्थानीय लोग दहशत में आ गए। पुलिस ने पिता राजेश मिश्रा को बताया तो वह हैरान रह गए। वह बदहवाश से रिश्तेदारों के साथ सुशांत गोल्फ सिटी कोतवाली पहुंचे। बेटी की फोटो देखकर बेटी की पहचान की। उन्होंने बताया कि उनका कोई परिचित इस अपार्टमेंट में नहीं रहता है। बेटी ने भी कभी इस बारे में नहीं बताया। वह यहां क्यों आई? इस बारे में घर वाले कुछ नहीं बता सके।
चौकीदार सोता रहा, कोई सुध नहीं ली
पुलिस ने एंक्लेव के चौकीदार से पूछताछ की। उससे पूछा गया कि क्या उसने राशी को अंदर जाते देखा था। इस पर वह बोला कि उसकी नजर उस पर नहीं पढ़ी थी। इस पर पुलिस ने उसे फटकार भी लगाई। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि यहां अक्सर बाहर के लोग आते रहते हैं। चौकीदार को कई बार टोका गया कि बाहरी लोगों का प्रवेश न होने दिया करे। अगर जरूरी ही उनका आना हो तो रजिस्टर पर उनका ब्योरा जरूर दर्ज करे। अब पुलिस अफसरों ने चौकीदार को हिदायत दी है कि बिना रजिस्टर में नाम दर्ज किए किसी बाहरी को अंदर न आने दें।
भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी राशि
इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी ने बताया कि राजेश की संतानों में राशि सबसे बड़ी बेटी थी। उसकी एक छोटी बहन रिया (16) और बेटा निखिल (14) है। 21 जुलाई से वह हास्टल में रहने लगी थी तब से उसके भाई-बहन मायूस थे। इन्हें क्या पता था कि अब वह अपनी दीदी से कभी नहीं मिल पाएंगे।