समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के रामपुर (Rampur) से विधायक और गद्दावर नेता आजम खान (Mohammad Azam Khan) के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे है। आजम खान को लगभग हर दूसरे से तीसरे दिन किसी ना किसी मामले में कोर्ट में पेश होने पड़ रहा है। इस बीच रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उनपर दस मामलों में आरोप तय कर दिए हैं। वही दूसरी तरफ अब्दुल्ला आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में एफआईआर रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी में उन्हें राहत नहीं मिली है।
आजम खान ने इस बाबत पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसने कहा हमें झटका लगा कहै। हमने सुप्रीम कोर्ट से दो राहत मांगी थी। एक मैक्सिमम रिलीफ और एक मिनिमम रिलीफ। मैक्सिमम रिलीफ में हमने मांग की थी कि अब्दुल्ला आजम खान के पास ना तो दो जन्म प्रमाण पत्र हैं और ना ही उसके दो पासपोर्ट हैं और ना ही दो पैन कार्ड हैं। आजम खान ने आगे कहा कि अब्दुल्ला आजम खान के पास एक ही जन्म प्रमाण पत्र है और वो लखनऊ नगर निगम द्वारा बनाया गया है क्योंकि अब्दुल्ला का जन्म क्वीन मैरी हॉस्पिटल लखनऊ में हुआ था। इस बात को लेकर उनकी मां का स्टेटमेंट है, मैटरनिटी लीव है। अब्दुल्ला के बाद उनकी कोई और औलाद पैदा नहीं हुई। अब्दुल्ला के जन्म को लेकर डॉक्टर का बयान है और दो दो जगह डॉक्टरी मुआयना हुआ है। इसके बावजूद भी न्याय नहीं मिलता है तो हम जिम्मेदार नहीं हैं।
आजम खान ने आगे कहा निचली अदालत के लिए लखनऊ हाईकोर्ट का वह आर्डर बाइंडिंग नहीं होगा यानी उसकी लाइट में अब यह मुकदमा नहीं चलेगा। निचली अदालत मेरिट और डी मेरिट के आधार पर इस मुकदमे को तय करेंगे। यह हमारे लिए झटका है। मीडिया पर कटाक्ष करते हुए आजम खान नेक हहा कि आप लोग तो चाहते ही नहीं कि हमें राहत मिले। आप तो चाहते हो कि हमें फांसी पर चढ़ा दिया जाए।