गोरखपुर के खजनी इलाके में रविवार की सुबह जमीन संबंधी विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। इस दौरान एक पक्ष से यूपी पुलिस के सिपाही, सीआरपीएफ जवान और बीएलओ ने आदि ने दूसरे पक्ष पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सनसनी फैला दी। गोली लगने से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए। गांव में एहतियातन फोर्स तैनात कर दी गई है। पुलिस हमलावर सभी 9 सरकारी कर्मियों की तलाश में जुटी है।
मऊधर गांव के रहने वाले कृपाल यादव और जनार्दन यादव सगे भाई हैं। दोनों एक की घर में रहते हैं। उनका पड़ोसी रामसेवक यादव से डीह की जमीन को लेकर काफी दिनों से विवाद चला आ रहा है। रविवार को कृपाल यादव के घर में निर्माण कार्य चल रहा था। कृपाल के बेटे घर के बाहर छज्जा निकलवा रहे थे। दूसरा पक्ष इसका विरोध करने लगा। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। कहासुनी से मामला मारपीट तक पहुंच गया। दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चलने लगे।
इसी दौरान दूसरे पक्ष से हेडकांस्टेबल पद पर तैनात आरोपी अपने भाइयों के साथ असहला लेकर आया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें राजधारी यादव, भोलू यादव और सुरेमन यादव गोली लग गई और तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक हमला करने वालों में सिपाही और सीआरपीएफ जवान सहित कुल नौ लोग शामिल हैं। सभी सरकारी कर्मचारी हैं। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि घायलों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अभी घायलों की ओर से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली है। मिलते ही केस दर्ज कर लिया जाएगा। गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। सभी हमलावर फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
इटावा में तैनात है हमलावर हेडकांस्टेबल
हमलावर यूपी पुलिस में हेडकांस्टेबल है। इस वक्त इटावा जिले में तैनात है। उसका भाई सीआरपीएफ का जवान है। दो अन्य भाई बीएलओ और सफाईकर्मी हैं। इसके अलावा उनके बेटों में से दो लोग डाकघर में कर्मचारी हैं।