यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी की फर्जी बीमा पालिसी थमाकर ग्राहकों से एजेंट के सहायक ने आठ लाख रुपये हड़प लिए। इसका पता लगने पर एजेंट ने जांच कराई। इस दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। एजेंट ने अपने सहायक के खिलाफ डालनवाला थाने में केस दर्ज कराया है।
इंस्पेक्टर डालनवाला नंद किशोर भट्ट ने बताया कि मनमोहन सचदेवा निवासी प्रीतम रोड यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी से रिटायर हुए हैं। इसके बाद से वह कंपनी के लिए बतौर एडवाइजर काम कर रहे हैं। उन्होंने ग्राहकों को कलेक्शन, प्रीमियम जमा करने की सूचना देने के लिए रोहित कुमार निवासी शिवलोक कॉलोनी, रायपुर को बतौर सहायक रखा हुआ है।
पीड़ित को बीते मार्च में पता लगा कि बतौर एजेंट उनके नाम से ग्राहकों को फर्जी बीमा पालिसी थमाई जा रही हैं। इसके एवज में उनसे प्रीमियम का कलेक्शन लिया जा रहा है। पीड़ित को पता लगा कि उनका सहायक ऐसा कर रहा है। पूछताछ की तो पता लगा कि उसने अपने घर में कंप्यूटर, स्कैनर और प्रिंटर रखा हुआ है।
उसने बड़ी संख्या में ग्राहकों से रकम ली और उन्हें अपने कंप्यूटर से फर्जी बीमा पॉलिसी बनाकर दे दीं। आरोपी ने फर्जीवाड़े का डाटा अपने कंप्यूटर से डिलीट कर दिया था। इसे आईटी एक्सपर्ट की मदद से रिकबर कराया गया। तब फर्जीवाड़ा खुला। सामने आया कि आरोपी करीब आठ लाख रुपये इस तरह हड़प चुका है। तहरीर पर उसके खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।