कानपुर। जेके मिल आफिसर्स आवास निवासी जेके जूट मिल के शिफ्ट प्रभारी ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी कर ली। वह आठ साल से बकाया भुगतान न मिलने से परेशान थे। वह कई माह से बिजली-पानी कटने के मुद्दे पर संघर्ष कर रहे थे। उनके बेटे ने आरोप लगाया कि न्याय पाने को दौड़-दौड़ हारे पिता ने मौत चुन ली। मिल प्रबंधन ध्यान देता तो पिता की जान न जाती। आक्रोशित परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव कमला क्लब ले जाकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने जेके जूट मिल के प्रबंधक व सिक्योरिटी अफसर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
फजलगंज क्षेत्र में स्थित आवास परिसर के बंगला नंबर 43 निवासी 73 वर्षीय हृदयनारायण श्रीवास्तव के परिवार में पत्नी उर्मिला, बेटे अनुराग गौरव, सौरभ, आकाश व बहुएं हैं। वह 20 जुलाई को घर से निकले पर लौटे नहीं। गुरुवार को उनकी तलाश शुरू की गई तो पड़ोसी आरडी पाल ने बताया कि घर से निकलने के बाद हृदयनारायण ने पड़ोसी पीके जैन को एक पत्र दिया था। हृदयनारायण के बेटे ने यह पत्र खोला तो उसके होश उड़ गए। पत्र में सुसाइड करने की बात लिखी थी।
परिजनों ने तुरंत 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे जेब्रा के सिपाहियों ने जानकारी दी कि बुधवार को ही जरीब चौकी रेलवे क्रासिंग के पास एक बुजुर्ग ने ट्रेन से कटकर जान दी थी। सिपाहियों को परिवार वालों ने फोटो दिखाई तो पहचान हुई। शव अनवरगंज जीआरपी ने पंचनामा कर शिनाख्त के लिए मार्चुरी में रखा दिया था। बेटे सौरभ ने जाकर शव की शिनाख्त की।
सात परिवार रहते हैं परिसर में
पड़ोसी प्रकाश शर्मा व आरपी पाल ने बताया कि 2012 से मिल बंदी के बाद से कर्मचारियों का भुगतान नहीं हुआ है। यहां सात कर्मचारियों के परिवार रहते हैं। सभी के घरों की बिजली व पानी काट दिए गए। हृदयनारायण का शव मिलने की सूचना के बाद सप्लाई शुरू कर दी गई थी।
सजा दिलाने की मांग की
सुसाइड नोट में हृदयनारायण ने लिखा है कि जेके काटन मिल्स के प्रबंधक संजय दुबे व सुरक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर जान दे रहा हूं। 3 दिसंबर 2021 से 30 मई 22 तक बिजली, पानी काट दिया था। बीच में बिजली जोड़ी गई। 14 जुलाई 2022 से फिर बिजली-पानी काट दिया गया। इससे जीना मुश्किल हो गया। दोनों दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। बकाया भुगतान कर अपना बंगला ले लें।
आर्थिक टूट गए थे हृदयनारायण
हृदयनारायण आर्थिक रूप से टूट गए थे। उनकी पत्नी अस्वस्थ रहती हैं। पडोसी आरपी पाल ने बताया कि एक बेटे का दिमागी संतुलन ठीक नहीं रहता है। बड़ा बेटा असम में पत्नी के साथ रहता है। उसकी पत्नी नवोदय स्कूल में नौकरी करती है। एक बेटा निजी कंपनी में काम करता है। एक बेटा सिक्योरिटी गार्ड है।