राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों की एक ओर सूची जारी हुई है। गहलोत सरकार ने जिला कारागृह और महिला बंदी सुधार गृह के लिए सलाहकार मंडलों का गठन किया है। इसमें विधायकों और पूर्व विधायकों को 2 साल के लिए गैर सरकारी सदस्य मनोनित किया गया है। इसमें 50 से अधिक वर्तमान विधायक व पूर्व विधायकों शामिल किया गया है। गृह विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए है। जिन विधायकों और नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियां दी गई उनमें गहलोत और पायलट गुट के नेता शामिल है। राजनीतिक नियुक्तियों की सूची देखने से साफ जाहिर होता है कि सीएम गहलोत ने अपने कैंप के विधायकों के राजनीतिक नियुक्तियों का तोहफा दिया है। अधिकांश विधायक गहलोत गुट के माने जाते हैं। हालांकि, पायलट गुट के विधायकों को भी राजनीतिक नियुक्तियों में जगह मिली है।
पायलट गुट के वेदप्रकाश सोलंकी को किया एडजस्ट
धौलपुर में विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा और विधायक रोहित बोहरा, डूंगरपुर में विधायक गणेश घोघरा और वल्लभ राम पाटीदार, श्रीगंगानगर में विधायक जगदीश चंद्र और विधायक गुरमीत सिंह, हनुमानगढ़ में विधायक विनोद कुमार और अमित चाचाण, जयपुर में विधायक आलोक बेनीवाल और विधायक गोपाल मीणा, विधायक लक्ष्मण मीणा और विधायक रफीक खान, विधायक गंगा देवी और वेद प्रकाश सोलंकी को सदस्य बनाया है। राज्यसभा चुनाव के दौरान खिलाड़ी लाल बैरवा ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। खिलाड़ी लाल बैरवा गहलोत कैंप के विधायक माने जाते हैं। पायलट कैंप के वेदप्रकाश सोलंकी को सदस्य बनाया गया है। विधायक सोलंकी काफी दिनों से नाराज चल रहे थे।
नाराज चल रहे राजेंद्र बिधूड़ी को किया खुश
बांसवाड़ा में विधायक रमिला खड़िया और कांतिलाल कटारा, भरतपुर में विधायक अमर सिंह और साहब सिंह, भीलवाड़ा में विधायक गायत्री देवी और मंजू पोकरना, दौसा में विधायक गजराज खटाना और मुरली मनोहर शर्मा, अजमेर में विधायक राकेश पारीक और विधायक सुरेश टांक, अलवर में विधायक जौहरी लाल मीणा और विधायक बाबूलाल, बारां में विधायक निर्मला सहरिया और विधायक पानाचंद मेघवाल को सदस्य बनाया है। इसी प्रकार बाड़मेर में विधायक मेवाराम जैन और विधायक मदन प्रजापत, चित्तौड़गढ़ में विधायक राजेंद्र बिधूड़ी और पूर्व विधायक सुरेंद्र जाड़ावत, चूरू में विधायक कृष्णा पूनिया और विधायक भंवरलाल शर्मा को सदस्य बनाया गया है। विधायक राजेंद्र बिधूड़ी सरकार से नाराज चल रहे थे। बिधुड़ी सीएम गहलोत पर भी निशाना साध चुके हैं। हाल ही में बिधूड़ी को धमकी भी मिली थी। जैसलमेर में विधायक रूपाराम और अब्दुल्ला फकीर को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा सलाहकार मंडल में अजमेर में किरण अग्रवाल और इशिता शर्मा, भरतपुर में मंजेश और अंजू मित्तल, बीकानेर में कन्हैयालाल झंवर और ललित तेजस्वी, दौसा में दिनेश चंद बैरवा और जुगल किशोर मीणा, कोटा में मालती शर्मा और हिमानी संतवानी, उदयपुर में एडवोकेट संगीता नागदा और शारदा शर्मा को सदस्य बनाया गया है।