दिल्ली-मुंबई मुख्य रेल मार्ग पर एक खाली मालगाड़ी के 16 डिब्बों के पटरी पर उतरने के 36 घंटे बाद मंगलवार दोपहर से यातायात बहाल हो गया। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने यह जानकारी दी।
हादसे की जटिलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पश्चिम रेलवे को यातायात बहाली में 36 घंटे का लम्बा समय लगा और इस मार्ग पर करीब 100 रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई।
मीणा ने बताया कि खाली मालगाड़ी के 16 डिब्बे रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात गुजरात के दाहोद जिले के मंगल महूड़ी-लिमखेड़ा खंड में पटरी से उतर गए थे , हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था।
उन्होंने बताया कि कि मालगाड़ी के आठ डिब्बे अप लाइन पर और इतने ही डिब्बे डाउन लाइन पर पटरी से उतर गए, जिससे दिल्ली-मुंबई के मुख्य मार्ग की दोनों लाइन अवरुद्ध हो गईं और करीब 100 ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा।
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) विनीत गुप्ता के मार्गदर्शन में करीब 36 घंटे चले अभियान के बाद इस मार्ग की अप-डाउन लाइनों पर मंगलवार दोपहर से यातायात बहाल हो गया। उन्होंने बताया कि मालगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण की जांच की जा रही है।
जानकारों के मुताबिक रतलाम मंडल के इतिहास में यह पहला मामला है, जब किसी मालगाड़ी के 16 डिब्बे पटरी से उतरने से अप और डाउन, दोनों लाइन पर लम्बे समय तक रेल यातायात बाधित रहा हो।