योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद की नाराजगी और दिनेश खटीक के इस्तीफे की पेशकश ने विपक्ष को हमला करने का नया मौका दे दिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है। यही नहीं, यह भी पूछ लिया कि अगली बारी किसकी है।
योगी सरकार में जलसंसाधन राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने बुधवार की सुबह इस्तीफे की पेशकर कर खलबली मचा दी है। सीधे गृहमंत्री अमित शाह को भेजे इस्तीफे में लिखा है कि मैं दलित हूं इसलिए कोई अफसर मेरी बात नहीं सुनता है। फोन काट देता है। मुझे मीटिंग की सूचना तक नहीं दी जाती है। ना ही विभाग में कौन-कौन सी योजनाएं चलाई जा रही हैं तथा क्या कार्रवाई हो रही है, इस बारे में अधिकारी मुझे बताते तक नहीं है। इसी को लेकर अखिलेश ने हमला किया है।
दलित हूं इसलिए कोई अफसर नहीं सुनता
अखिलेश यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट करते हुए लिखा कि जहाँ मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले… ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है। साथ ही लिखा कि कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है।
दूसरे ट्वीट में अखिलेश यादव ने कड़ा प्रहार करते हुए लिखा कि उप्र भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और कुशासन की क्रॉनॉलॉजी समझिए। पहले लोक निर्माण विभाग के मंत्रालय में विद्रोह। फिर स्वास्थ्य मंत्रालय में विद्रोह। अब जल शक्ति मंत्रालय में विद्रोह। जनता पूछ रही है, उप्र की भाजपा सरकार ईमानदारी से बताए… अब अगली बारी किसकी है?
गौरतलब है कि मंत्री दिनेश खटीक से पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के विभाग में तबादलों में धांधली के आरोप में सीएम योगी ने उनके ओएसडी को हटाने के साथ ही कुल पांच अधिकारियों को पिछले दो दिनों में निलंबित कर दिया है। इसी को लेकर जितिन प्रसाद के भी नाराज होने की बात कही जा रही है।
हालांकि बताया जा रहा है कि दिनेश खटीक के इस्तीफे की पेशकश के बाद डैमेज कंट्रोल की भी कवायद शुरू हो चुकी है। सीएम योगी ने मंत्रियों को इस बारे में संदेश भेजा है। अधिकारियों को लेकर सतर्कता बरतने की बात कही गई है।