देश में कुछ इलाकों में मानसून वाली भारी बारिश हो रही है तो कहीं सूखे के हालात हैं। मौसम विभाग की नई रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश से सटे इलाकों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून की ट्रफ रेखा बीकानेर, कोटा, कम दबाव के केंद्र मध्य प्रदेश, डाल्टनगंज, बांकुरा, हल्दिया से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इससे बिहार और उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश के आसार बढ़ गए हैं।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में मंगलवार को हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस भरे मौसम से थोड़ी राहत मिली। हालांकि अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कैलाश के पूर्व और दक्षिणी दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में बारिश हुई, जबकि लोधी रोड के कुछ इलाकों में बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, सफदरजंग वेधशाल ने ‘शून्य’ जलप्रपात की सूचना दी, जबकि अन्य मौसम केंद्रों ने एसपीएस मयूर विहार में 0.5, जाफरपुर में 2.5 मिमी और नरेला में 1 एमएम बारिश दर्ज की।
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
वहीं, मौसम विभाग ने आज प्रदेश के नौ जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई स्थानों पर अतिवृष्टि की आशंका भी जताई गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पांच जिलों में पहली से बारहवीं तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
राज्य मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि, बुधवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और हरिद्वार जिले में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इनमें कई जगहों पर अतिवृष्टि भी हो सकती है। बाकी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। उन्होंने कहा कि, रेड अलर्ट वाले जिलों में इस दौरान गाड़-गदेरों, नदी-नालों में पानी बढ़ेगा। भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। बहुत जरूरी नहीं है तो पर्वतीय इलाकों की यात्राएं टाल सकते हैं या सतर्क होकर यात्रा करें।
अगले 24 घंटों के मौसम का हाल
अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात क्षेत्र, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 20 जुलाई को गंगा के मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी और उत्तरी पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
इन इलाकों में होगी हल्की से तेज बारिश
छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, उत्तरी तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और जम्मू-कश्मीर में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हरियाणा, पंजाब के शेष हिस्सों, दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों, आंतरिक महाराष्ट्र, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना के शेष हिस्सों, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लद्दाख और तमिलनाडु में भी हल्की बारिश संभव है।
राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार जारी
राजस्थान के अनेक इलाकों में बीते 24 घंटे में मूसलाधार बारिश हुई तथा सबसे अधिक 203 मिलीमीटर बारिश बांसवाड़ा के भूंगड़ा में दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में राज्य के बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बूंदी, डूंगरपुर, सिरोही, कोटा एवं राजसमंद जिलों में कहीं कहीं भारी से अति भारी बारिश हुई है। सर्वाधिक बारिश भूंगड़ा, बांसवाड़ा में 203 मिलीमीटर (मिमी) दर्ज की गई है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार राजस्थान के कोटा, उदयपुर एवं अजमेर संभाग के जिलों में मानसून आगामी 24 घंटों तक सक्रिय रहने तथा कहीं-कहीं भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसम
वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तमिलनाडु, लक्षद्वीप, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गंगीय पश्चिम बंगाल और तटीय आंध्र प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, झारखंड के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, गुजरात के शेष हिस्सों, राजस्थान और उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और बिहार में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।