दिल्ली में पुलिस ने एक मॉल में चल रहे बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करके 5 सेक्स वर्कर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पश्चिम विहार स्थित ARSS मॉल में स्पा सेंटर के नाम पर जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। ग्राहक बनकर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने स्पा सेंटर में रंगे हाथ आरोपियों को दबोचा। पुलिस को मौके से करीब दो दर्जन कंडोम पैकेट भी मिले। सेक्स रैकेट एक ऐसी महिला चला रही थी जो खुद लंबे समय से सेक्स वर्कर के रूप में काम चुकी है। इस कारोबार में अच्छी कमाई होते देख उसने कई सेक्स वर्कर्स को हायर किया और स्पा सेंटर के नाम पर अवैध करोबार चलाने लगी।
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 26 जून को एसआई अंकित को एआरएसएस मॉल में तीसरी मंजिल पर स्थित ‘पलक आशा लुक्स स्पा’ सेंटर में जिस्मफरोशी का धंधा चलने की गुप्त सूचना मिली थी। इस जानकारी की दूसरे सूत्रों से भी पुष्टि की गई और वरिष्ठ अधिकारियों को जानाकरी दी गई। इसके बाद मॉल में छापेमारी के लिए टीम बनाई गई। एचसी ललित नाम के हेड कांस्टेबल को ग्राहक बनाकर स्पा सेंटर में भेजा गया। उनके साथ एसआई अंकित को भी भेजा गया। एचसी ललित को निश्चित सीरीज के कुछ नोट दिए गए जिन पर पहले से हस्ताक्षर भी कर दिए गए थे। ताकि बाद में इन्हें सबूत के तौर पर पेश किया जा सके।
यूं मारा गया छापा
स्पा सेंटर में पहले ललित दाखिल हुए। पीछे से एसआई अंकित को भेजकर गतिविधियों पर नजर रखने को कहा गया। हेड कांस्टेबल ललित की रिसेप्शन पर एक लड़की से मुलाकात होती है, जिसके पास एक एजेंट भी खड़ा था। वे सभी डील करते थे और वहां हजार रुपए लेते थे। इसके बाद सभी सेक्स वर्कर्स को पेश किया गया और उनमें से किसी को चुनने को कहा गया। ग्राहक बने पुलिसकर्मी ने जिस लड़की को चुना उसने 1500 रुपए की मांग की। उसे भी पैसे देने के बाद मौके पर अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंच गए और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें एजेंट, ग्राहक और सेक्स वर्कर्स शामिल हैं।
सेक्स वर्कर्स समेत 10 गिरफ्तार
आरोपियों की पहचान प्रकाश चंद निवासी नांगलोई (47), मयंक (31) निवासी नांगलोई, अनवर (29) निवासी मादीपुर, इंदरपाल (35) निवासी नांगलोई के रूप हुई है। इनके अलावा 6 महिलाओं को भी पकड़ा गया। तलाशी के दौरान 23 पैकेट कंडोम और साइन किए गए नोट मिले। पश्चिम विहार पुलिस पुलिस थाने में सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
सेक्स वर्कर्स को 10 हजार सैलरी
पुलिस पूछताछ के दौरान सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला ने बताया कि बेहद गरीब घर में पैदा हुई और पढ़ी लिखी भी नहीं थी। जिंदगी चलाने के लिए वह सेक्स वर्कर के रूप में काम करने लगी। अच्छी कमाई होने पर उसने अपना सेक्स रैकेट चलाने का फैला किया। इसके लिए उसने स्पा सेंटर की शुरुआत की। महिला ने बताया कि उसने कुछ और सेक्स वर्कर्स को मंथली सैलरी पर रखा था। सेक्स वर्कर्स को 10 हजार रुपए मंथली सैलरी दी जाती थी। कुछ एजेंट भी रखे गए थे जो ग्राहकों को बुलाकर लाते थे। इन्हें प्रति दिन 200-300 रुपए दिए जाते थे।