महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश विकराल बनकर सामने आई है। अभी भी कई इलाकों में बारिश जारी है। नागपुर में बाढ़ के पानी में एसयूवी बह गई। एसयूवी में सवार एक ही परिवार के पांच लोग काल के ग्रास में समा गए। मंगलवार को तीन शव बरामद हुए थे। आज दो और शव मिले। मृतक परिवारों को सरकार ने चार-चार लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। एनडीआरएफ की टीमें एसयूवी चालक की तलाश कर रही है।
महाराष्ट्र के नागपुर में बारिश एक परिवार के लिए काल बनकर सामने आई। डीएसपी संजय पुरंदरे ने बताया कि मंगलवार तक तीन शव बरामद हुए। बुधवार सुबह फिर से तलाश शुरू हुआ था, जिसमें दो और शव बरामद हुए। चालक की तलाश की जा रही है। नागपुर जिले के एसपी विजय मगर सुबह से तलाशी अभियान की निगरानी कर रहे हैं। तलाशी दल में एनडीआरएफ के जवान भी शामिल हैं, तलाशी में मोटरबोट का उपयोग हो रहा है।
काल के ग्रास में समा गए परिवार के 5 लोग
उन्होंने बताया कि नंदगोमुख-छत्रपुर मार्ग पर ब्रम्हणमडी पुल पर बारिश के तेज बहाव में एसयूवी बह गई। वाहन में छह लोग सवार थे। घटनास्थल से 60 किलोमीटर दूर यात्रियों के शव बरामद हुए। जिनकी पहचान रोशनी चौकीकर (35), उनके बेटे दादू (13), नीमू अथनेरे (45), मधुकर पाटिल (60), उनकी पत्नी निर्मला (55) और चालक विकास दिव्ते के रूप में हुई है। चालक की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह परिवार नंदगोमुख से मध्य प्रदेश के मुलताई जा रहा था, जब यह घटना चालक विकास की गलतफहमी के कारण हुई, जिसने बाढ़ वाले नाले पर पुल पार करने की कोशिश की थी लेकिन, वाहन बाढ़ में बह गया।
मृतक परिजनों को चार-चार लाख रुपए
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया है। उन्होंने चालक के शव की तलाश के लिए सघन तलाशी अभियान के भी निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि इस बीच, सोमवार से क्षेत्र में लगातार बारिश जारी है। रात भर हुई भारी बारिश के बाद बुधवार को नागपुर के निचले इलाकों में सड़कों पर पानी भर जाने से लोग जाग गए। भारी बारिश के कारण शहर की अंबाझरी झील भी उफान पर आ गई। यहां तक कि गोरेवाड़ा बांध के गेट भी खोल दिए गए, जिससे पीली नदी के किनारे कई इलाकों में बाढ़ आ गई। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात भी बाधित हो गया।
72 घंटे के लिए रेड अलर्ट
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पहले आधिकारिक दौरे पर जिले का दौरा किया था। उन्होंने जिले में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की, जहां प्रशासन ने पहले ही 72 घंटे के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया है और स्कूलों और निजी कार्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी है। देर शाम तक जिला नियंत्रण कक्ष में मौजूद जिला कलेक्टर मीणा ने कहा कि जिला प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है।