मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में दो दिन पूर्व अम्बाह अनुभाग के ग्राम बड़फरा निवासी पूजाराम के दो वर्षीय पुत्र राजाराम की मृत्यु हो जाने से शव को ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिलने की खबर मीडिया पर चली थी। इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा अब पूजाराम के परिवार को सभी योजनाओं का लाभ दिलाया गया है।
आधिकारिक जानकारी देते हुए कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने बताया कि अनुसूचित जाति राहत योजना संकटापन ‘ग श्रेणी’ के अन्तर्गत 10 हजार रुपये की सहायता मृतक राजाराम की मां तुलसाबाई को देने के लिये जिला संयोजक मुकेश पालीवाल को पूठा बड़फरा भेजा है। कलेक्टर कार्तिकेयन ने बताया कि दो वर्षीय मृतक राजाराम की अंत्येष्टी के लिए पंचायत द्वारा 5 हजार उपलब्ध करा दिये हैं। मौके पर जनपद पंचायत सीईओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अम्बाह के ब्लॉक मेडीकल ऑफीसर सहित अन्य पैरा मेडीकल स्टाफ को पीड़ित परिवार की मदद के लिये बड़फरा भेजा है।
सरकार करेगी बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था
जिला संयोजक मुकेश पालीवाल ने बताया कि पूजाराम की 8 वर्षीय पुत्री और 5 वर्षीय पुत्र को छात्रावास में रखकर शिक्षा दिलाने की व्यवस्था की जाएगी, इसका मौका मुआयना उनके द्वारा मौके पर किया जा रहा है। कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने 9 जुलाई को ग्राम बड़फरा निवासी पूजाराम के दो वर्षीय पुत्र राजाराम की मृत्यु होने जाने से शव को ले जाने के लिये चिकित्सा प्रशासन ने एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराने पर चिकित्सकों की लापरवाही बताई है।
चार डॉक्टरों को नोटिस
कार्तिकेयन ने इस घटना की जांच जिला पंचायत के सीई रोशन कुमार सिंह के नेतृत्व में कराने का फैसला लिया है। जांच के आदेश भी जारी कर दिये हैं। कलेक्टर ने बताया कि एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराने की घटना कैसे हुई और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सुझाव भी आमंत्रित किये जायेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस घटना को लेकर चार चिकित्सकों को नोटिस जारी किये हैं। उनमें जिला अस्पताल मुरैना सह अधीक्षक एवं सिविल सर्जन डॉ विनोद गुप्ता, डॉ नरेश गांगिल, बच्चे को अंबाह से रेफर करने वाले चिकित्सक डॉ सतीश यादव और इंचार्ज डॉक्टर बीएस यादव हैं।