शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में तीन राजस्थान के लोगों की भी मौत हो गई है। तीनों श्रीगंगानगर जिले के रहन वाले हैं। गंगानगर शहर के कपड़ा मार्केट के पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल और पत्नी सुनीता की मौत हो गई। जबकि ट्रैफिक थाना प्रभारी रहे सुशील खत्री की भी हादसे में मौत हो गई। दोनों लोग खत्री के संबंधी बताए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि घटना शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर हुई। जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। इस घटना में मरने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं। 35 से 40 श्रद्धालुओं के अब भी फंसे होने की खबर है। गुफा के पास फंसे यात्रियों को पंचतरणी ले जाया गया है। एयरफोर्स भी राहत और बचाव कार्य में जुटा है।
रिटायर्ड सीआई बचाते-बचाते खुद बह गए
बताया जा रहा है कि श्रीगंगानगर के रिटायर्ड सीआई सुनील खत्री (61) ने अंतिम समय तक फर्ज निभाया। वे जलसैलाब में बहते लोगों को बचाते रहे। इसी दौरान वो खुद भी बह गए। खत्री अमरनाथ गुफा के पास टैंट में ठहरे हुए थे। शाम को जलसैलाब आया और टैंट बहने लगा। पुलिस अफसर सुनील खत्री, उनकी समधन सुनीता और सुनीता के पति मोहनलाल सहित श्रीगंगानगर के कई लोग मौजूद थे। खत्री श्रीगंगानगर में ही तैनात थे और 30 जून को ही रिटायर हुए थे। वे मूलरूप से बीकानेर के रहने वाले थे।
3 जुलाई को रवाना हुआ था जत्था
श्रीगंगानगर की अमरनाथ लंगर सेवा समिति के अध्यक्ष नवनीत शर्मा ने बताया कि अमरनाथ यात्रियों का जत्था तीन जुलाई को श्रीगंगानगर से रवाना हुआ था। यह जत्था अमरनाथ में गुफा पर पहुंचने के बाद इन यात्रियों ने लंगर में विश्राम किया।