गाजियाबाद की मसूरी थाना पुलिस ने सवारियों से लूटपाट करने वाले ऑटो गैंग का खुलासा करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, गैंग के दो सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार बदमाशों के पास सवारियों से लूटे गए चार मोबाइल फोन के अलावा दो चाकू भी बरामद हुए हैं। पुलिस का कहना है कि गैंग अधिकांश वारदातों को रात में अंजाम देता था।
मसूरी में डहर के पास रहने वाले योगेश ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि 14 जून की रात करीब नौ बजे वह विजयनगर बाईपास से मसूरी आने के लिए एक ऑटो में बैठा था। ऑटो में तीन लोग पहले से बैठे थे। रास्ते में ऑटो सवार लोगों ने चाकू दिखाकर योगेश का मोबाइल फोन और 15 सौ रुपये लूट लिए और जेल रोड से आगे ऑटो से फेंककर फरार हो गए।
मसूरी थाना एसएचओ रविंद्र चंद पंत ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर ऑटो गैंग की तलाश शुरू कर दी गई थी। सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर ऑटो का नंबर ट्रेस हुआ, जिसके बाद मंगलवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान नंदग्राम ई-ब्लॉक निवासी आदित्य पांचाल उर्फ आदिल (22), कुलदीप (20) और शेट्टी जाटव (20) के रूप में हुई है।
आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल, दो चाकू व घटना में प्रयुक्त ऑटो बरामद कर लिया गया है। गैंग में टेंपो स्टैंड नंदग्राम निवासी साहिल और निक्की भी शामिल हैं। उनकी गिरफ्तारी के दबिश की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपी जगह बदल-बदल कर वारदात को अंजाम देते थे। इंदिरापुरम, कौशांबी, विजयनगर, पुराना बस अड्डा, नया बस अड्डा आदि स्थानों से सवारियों को बैठाने के बाद सुनसान इलाके में चाकू के बल पर लूटपाट करते थे। गैंग में शामिल एक बदमाश ऑटो चलाता था, जबकि बाकी सदस्य सवारी बनकर ऑटो में बैठते थे। वह अपने साथ बैग भी रखते थे। रात के वक्त लोग बदमाशों को सवारी समझकर ऑटो में बैठ जाते थे और फिर घटना का शिकार बन जाते थे।
एसएचओ का कहना है कि पूछताछ में आरोपियों ने एक साल से लूटपाट करने की बात कबूल की है। इस दौरान वह शहर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।