बिहार के सीमांचल में ड्रग्स के धंधे के खिलाफ पुलिस ने अभियान शुरू किया है। इसी क्रम में किशनगंज पुलिस ने वीर कुंवर सिंह बस स्टैंड के पास कई झुग्गी झोपड़ियों में छापा मारकर भारी मात्रा में स्मैक के साथ एक पुरुष और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
यह कार्यवाही किशनगंज की टाउन थाना पुलिस ने की। स्मैक को पुड़िया में छिपाकर धंधेबाजों में जहां-तहां दबा रखा था। छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथ कई पुड़िया लगीं। बरामद स्मैक की कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। इस बारे में टाउन थानाध्यक्ष ने बताया कि मुखबिर के जरिए गोपनीय सूचना के आधार पर छापे मारे गए। पुलिस के मुताबिक स्मैक कारोबारी बड़ी संख्या में युवाओं को बरगला कर स्मैक की सप्लाई किया करते थे।
गगगलिया पुलिस ने पकड़ी 443 लीटर विदेशी शराब
गलगलिया मद्य निषेध चेक पोस्ट पर सोमवार की सुबह-सुबह गलगलिया पुलिस ने बिल्कुल नए ढंग से अवैध शराब की तस्करी किए जाने का भंडाफोड़ करते हुए 443 लीटर विदेशी शराब को जप्त करने में सफलता पाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह 6:30 बजे गलगलिया मद्य निषेध चेक पोस्ट पर नियमित जांच के क्रम में एक पिक अप वाहन जिस पर लगे डीजे साउंड बॉक्स के अंदर से 443 लीटर विदेशी शराब को जप्त किया
डीजे के साउंड बॉक्स में छिपाकर ले जा रहे थे शराब
इस संबंध में गलगलिया थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि वाहन जांच के क्रम में पिकअप पर लगे डीजे में किसी प्रकार का कोई तार का कनेक्शन नहीं था। डीजे में लगा साउंड बॉक्स भी काफी वजनी था। गाड़ी को संदेह के आधार पर गलगलिया थाना लाया गया। फिर उसे खोल कर देखा गया तो तीन डीजे बॉक्स के अंदर से भारी मात्रा में शराब भरी हुई थी। पिकअप चालक चंदन रावत सिलीगुड़ी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह इस शराब की खेप को अररिया ले जा रहा था। गिरफ्तार चालक ने यह भी बताया कि वह इस तरीके से गाड़ी का नंबर प्लेट बदलकर कई बार खेप अररिया पहुंचा चुका है। पुलिस जांच में जुटी है की शराब कारोबारी कौन है और अररिया में यह किसे आपूर्ति करने जा रहा था। इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर सुनील पासवान ने बताया कि गिरफ्तार चालक से पूछताछ किया जा रहा है कि इस शराब कारोबारी का मुख्य सरगना कौन है और यह अररिया में किसे आपूर्ति करने जा रहा था। इस संबंध में गलगलिया थाने में गाड़ी चालक चंदन रावत पिता महेश रावत शिवनगर थाना प्रधान नगर सिलीगुड़ी दार्जिलिंग पर मद्य निषेध अधिनियम के साथ गाड़ी का नंबर प्लेट बदलकर शराब की खरीद बिक्री करता था।