यूक्रेन का पूर्वी फ्रंट नर्क जैसा बना हुआ है। खुद यूक्रेन के सैनिकों ने वहां के हालातों के बारे में बताया है। जंगल जल गए हैं और शहर के शहर जमींदोज हुए पड़े हैं। रास्ते लोगों के शवों से पटे पड़े हैं। इतनी ज्यादा बमबारी हो रही है कि एकमात्र विकल्प खाई में लेटकर इंतजार और प्रार्थना करना बचा है।
पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में रूस भयंकर आक्रमण कर रहा है। डोनबास क्षेत्र में अग्रिम मोर्चे से लौट रहे यूक्रेनी सैनिक बता रहे हैं कि रूस ने इलाके में मारकाट मचा रखी है। द एसोसिएटेड प्रेस के साथ इंटरव्यू में, कुछ ने अराजकता और अथक गोलाबारी के कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की है। दूसरों ने उच्च मनोबल, उनके सहयोगियों की वीरता और लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता की भी बात की।
30 वर्षीय लेफ्टिनेंट वलोडिमिर नजरेंको यूक्रेनी नेशनल गार्ड के स्वोबोडा बटालियन के दूसरे-इन-कमांड हैं। वे सैन्य नेताओं के आदेश के तहत सिविएरोडोनेट्सक से पीछे हटने वाले सैनिकों के साथ थे। उन्होंने कहा कि एक महीने की लंबी लड़ाई के दौरान, रूसी टैंकों ने किसी भी संभावित रक्षात्मक स्थिति को मिटा दिया और 101,000 की आबादी वाले शहर को “जले हुए रेगिस्तान” में बदल दिया।
नजरेंको ने कहा, “शहर को व्यवस्थित रूप से समतल कर दिया गया है। उन्होंने हम पर हर दिन गोलाबारी की। मैं इसके बारे में झूठ नहीं बोलना चाहता। लेकिन हर इमारत में गोला-बारूद के बैराज थे।”
लुहांस्क पर कब्जा करने के रूस के दावे को यूक्रेन ने किया खारिज
रूस ने दावा किया है कि उसकी सेना ने रविवार को लुहांस्क प्रांत में यूक्रेन के नियंत्रण वाले अंतिम बड़े शहर लिसिचांस्क पर कब्जा कर लिया। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि लिसिचांस्क में लड़ाई जारी है।
लुहांस्क प्रांत पर रूस का नियंत्रण होने से दोनेत्सक पर कब्जा करने में उसके सैनिकों को मदद मिलेगी। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह जानकारी दी कि रूसी सैनिकों ने स्थानीय मिलिशिया के साथ मिलकर ‘‘लिसिचांस्क शहर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।’’
यूक्रेन के सैनिक पिछले कई हफ्तों से लिसिचांस्क शहर को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और अब रूस के मुकाबले उनकी स्थिति कमजोर हो रही है, जबकि पड़ोसी सिविएरोदोनेत्स्क पर एक हफ्ते पहले ही रूस का कब्जा हो चुका है।
दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ संवाददाता सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम अभी किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच सकते। लिसिचांस्क में अब भी लड़ाई जारी है।’’