नाना-नानी के घर रहकर 9 वीं की पढ़ाई करने वाली 14 वर्षीय नाबालिग लड़की शनिवार दिन में लापता हो गई। शाम को परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन फिर रात में ही घर की पहली मंजिल पर निर्वस्त्र अवस्था में बोरे से ढंकी उसकी लाश परिजनों को मिली। जिसे देखकर उनके होश उड़ गये। इस मामले में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये पहुंचाया और जांच शुरू की। एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल स्वयं मौके पर पहुंचे।
बताया जा रहा है कि घटना से पहले लड़की की नानी उसकी छोटी बहन को साथ लेकर मंदिर गई थी। उसके नाना कपड़े की दुकान चलाते हैं। बालिका घर में अकेली थी। नानी मंदिर से घर लौटी तो लड़की नहीं मिली। आस-पास तलाशने के बाद भी उसका पता नहीं चला।
9 की छात्रा पढ़ाई में थी अव्वल
शाम करीब 5 बजे परिजनों ने थाने पहुंचकर छात्रा की गुमशुदगी दर्ज कराई और तलाश जारी रखी। बालिका 9 वीं कक्षा की छात्रा में थी और पढ़ाई में अव्वल रहती थी। वह अपनी बहन के साथ नाना-नानी के घर रहती थी। उसके माता- पिता कही और रहते हैं।
पुलिस के अनुसार, नाना का दो मंजिल मकान है। पहली मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा बंद रहता है उसमें सोयाबीन आदि भरा जाता है। एक रिश्तेदार बालिका को तलाशता हुआ पहली मंजिल पर पहुंचा जहां सोयाबीन के खाली बोरे से ढंकी बालिका की निर्वस्त्र लाश उसने देखी और शोर मचाकर परिजनों को बुलाया।
नाना-नानी के घर रहकर 9 वीं की पढ़ाई करने वाली 14 वर्षीय नाबालिग लड़की शनिवार दिन में लापता हो गई। शाम को परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। लेकिन फिर रात में ही घर की पहली मंजिल पर निर्वस्त्र अवस्था में बोरे से ढंकी उसकी लाश परिजनों को मिली। जिसे देखकर उनके होश उड़ गये। इस मामले में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये पहुंचाया और जांच शुरू की। एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल स्वयं मौके पर पहुंचे।
बताया जा रहा है कि घटना से पहले लड़की की नानी उसकी छोटी बहन को साथ लेकर मंदिर गई थी। उसके नाना कपड़े की दुकान चलाते हैं। बालिका घर में अकेली थी। नानी मंदिर से घर लौटी तो लड़की नहीं मिली। आस-पास तलाशने के बाद भी उसका पता नहीं चला।
9 की छात्रा पढ़ाई में थी अव्वल
शाम करीब 5 बजे परिजनों ने थाने पहुंचकर छात्रा की गुमशुदगी दर्ज कराई और तलाश जारी रखी। बालिका 9 वीं कक्षा की छात्रा में थी और पढ़ाई में अव्वल रहती थी। वह अपनी बहन के साथ नाना-नानी के घर रहती थी। उसके माता- पिता कही और रहते हैं।
पुलिस के अनुसार, नाना का दो मंजिल मकान है। पहली मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा बंद रहता है उसमें सोयाबीन आदि भरा जाता है। एक रिश्तेदार बालिका को तलाशता हुआ पहली मंजिल पर पहुंचा जहां सोयाबीन के खाली बोरे से ढंकी बालिका की निर्वस्त्र लाश उसने देखी और शोर मचाकर परिजनों को बुलाया।