शिवसेना नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि 2019 में सत्ता में आने के पहले दिन से ही भाजपा उद्धव ठाकरे सरकार को परेशान करने की कसम खाई थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ऐसा नहीं करेगी और नए प्रशासन को जनता के लिए जरूर काम करना चाहिए। शिवसेना नेता की यह टिप्पणी उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने वाले एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद आई है।
शिवसेना के 39 विधायकों के ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने और एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने के बावजूद राउत ने संगठन के कमजोर होने से इनकार किया। उन्होंने कहा, “मैं इस सरकार को बधाई देता हूं। मैं उनका स्वागत करता हूं। जब उद्धव ठाकरे सरकार आई, तो वे पहले दिन से कह रहे थे कि वे उन्हें परेशान करेंगे। लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। इस सरकार को परेशान नहीं करेंगे, उन्हें जनता के लिए काम करना चाहिए।”
पात्रा चावल भूमि घोटाले को लेकर ED की राउत से पूछताछ
वहीं, पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत मुंबई में आज ED के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि ED एक सर्वोच्च जांच एजेंसी है। मुझे समन भेजा है, उनको कुछ जानकारी चाहिए तो मेरा कर्तव्य बनता है कि मैं उनका सहयोग करूं। मैं बहुत निर्भय आदमी हूं क्योंकि मैंने जिंदगी में कभी गलत काम नहीं किया।
राउत से मुंबई के पात्रा चॉल के पुनर्विकास के संबंध में जांच की जा रही है। इस साल अप्रैल में प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत की पत्नी वर्षा के दादर में एक फ्लैट और अलीबाग के पास किहिम में आठ भूमि पार्सल सहित 11.15 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थीं। इसमें स्वप्ना पाटकर का भी नाम आया, जो कि शिवसेना नेता के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी हैं।