डायबिटीज हो या फिर मोटापा, दोनों ही समस्याएं आज लोगों के लिए बड़ी परेशानी की वजह बने हुए हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को अपने खाने-पीने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। लेकिन आपको बता दें, लाल रंग के स्वाद में खट्टा-मीठा फल आलू बुखारा आपकी दोनों ही समसयाओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
खट्ठा-मीठा स्वाद वाला यह फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के और फोलेट की प्रचुर मात्रा मौजूद होती है। इस फल को खाने से सेहत को कई गजब खे फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में।
आलू बुखारा खाने के फायदे(Aloobhukhara Khane Ke Fayde)-
डायबिटीज-
सूखे आलूबुखारे में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं। स्वाद में मीठा होने के बावजूद सूखा आलूबुखारा ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है। मधुमेह रोगी सूखे आलूबुखारा को स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं।
वेट कंट्रोल-
आलूबुखारे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है। आलूबुखारे के 100 ग्राम में लगभग 46 कैलोरी होती है, जो अन्य फलों की तुलना में काफी कम पाई जाती है। यही वजह है कि ये वेट लॉस में भी मदद करता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपनी डाइट में आलूबुखारा को शामिल कर सकते हैं।
हडि्डयां बनाएं मजबूत-
महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को रोकने में आलूबुखारा बेहद सहायक है। रजोनिवृत्ति के उपरांत महिलाएं आलूबुखारे का सेवन करें तो वे स्वयं को ओस्टियोपोरेसिस से बचा सकती हैं।
आंखों की सेहत-
आलूबुखारा में विटामिन-के और बी6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये दोनों ही विटामिन्स आंखों और त्वचा के लिए अच्छा माने जाते हैं।
इम्यूनिटी-
आलूबुखारे में आयरन, पोटेशियम, विटामिन जैसे पौषक तत्व पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं।
कब्ज से निजात-
आलूबुखारे का नियमित सेवन कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा इसे खाने से पेट भी साफ रहता है।
आलूबुखारा खाने का सही तरीका और समय (right time to eat plum)-
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर के अनुसार अधिकतर फलों को सुबह या शाम के समय खाना अधिक फायदेमंद रहता है। आलूबुखारा को भी आप सुबह या शाम के समय स्नैक के तौर पर खा सकते हैं। एक प्लेट में सिर्फ आलूबुखारा काटकर खाएं।