श्योपुर जिले में कुएं का पानी पीने से गांव के 100 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। सभी को उल्टी- दस्त की समस्या हो रही है। महिला, बच्चे और बुजुर्ग समेत करीब 30 की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी के मरीजों का इलाज गांव में ही झोलाछाप डॉक्टरों से कराया जा रहा है क्योंकि सूचना के बाद भी गांव में न तो एंबुलेंस पहुंच सकी है और नहीं डॉक्टरों की टीम। मामला जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर गुहाडी – मधेपुरा गांव का है। जहां गांव में स्थित कुएं का पानी पीने से ग्रामीणों की तबीयत खराब हो गई है।
ग्रामीणों की माने तो कुएं का पानी पीते ही लोगों को उल्टी-दस्त की समस्या होने लगी। खास बात यह है कि ग्रामीण इसी कुएं का पानी लंबे समय से पीते चले आ रहे हैं। लेकिन इससे पहले इस तरह की कोई समस्या उन्हें कभी नहीं हुई। इस बात को लेकर ग्रामीण हैरान और परेशान हैं। कुछ लोगों का मानना है कि कुएं के पास बने तालाब में दवा डालने की वजह से कुएं का पानी दूषित हुआ है और इसी वजह से ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ रही है।
हालांकि, ग्रामीणों की यह बात सच है या नहीं इसका पता जांच के बाद ही लग सकेगा। जिसके लिए पीएचई विभाग ने कुएं के पानी के सैंपल लेकर पानी की जांच करवाने का काम शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि कुएं का पानी पीने की वजह से ग्रामीण बीमार हो गए हैं लेकिन, सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में नहीं पहुंची है। लोगों को भारी दिक्कतें हो रही है।
वहीं सीएमएचओ डॉक्टर बीएल यादव का कहना है कि गुहाडी गांव में बीमारी फैली है। इसके क्या कारण है? इसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही मरीजों का उपचार कराने के लिए टीमें भी भेज दी गई हैं। जिला अस्पताल में भी मरीजों का उपचार किया जा रहा है, सभी की हालत में सुधार है।