वाराणसी में निर्माणाधीन भवन के बड़े हिस्से को वीडीए ने सोमवार को ध्वस्त कर दिया। सोमवार को पांच घंटे चली कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में इसकी खासी चर्चा रही। पिछले माह 23 तारीख को इसी भवन की दीवार से ईंट गिरने के कारण अनीता सोनकर (25) की जान चली गई थी। चार लोग घायल हो गए थे।
इसी घटना के बाद विकास प्राधिकरण ने इमारत पर कार्रवाई शुरू कर दी। सोमवार को बुलडोजर के साथ ही 20 से अधिक मजदूरों को हथौड़े के साथ भेज दिया। वीडीए की टीम ने जैसे ही कार्रवाई शुरू की कुछ लोगों ने विरोध किया। पूछताछ के दौरान पता चला कि इन लोगों ने कुछ महीनों पहले यहां दुकानें खरीदी थीं और भवन स्वामी को भुगतान भी किया था।
वीडीए के संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने इन लोगों को ध्वस्तीकरण आदेश दिखाया और सरकारी काम में बाधा न डालने की चेतावनी दी। इस दौरान जोनल अधिकारी प्रकाश कुमार, जेई रामचंद्र, पीएन दुबे, सीबी दीक्षित आदि मौजूद थे।
इस मामले में बिल्डर सैय्यद तनवीर और भवन मालिक राजू सोनकर के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने कहा कि 17 सितंबर 2020 को भवनस्वामी को नोटिस जारी हुई थी। वीडीए ने भवनस्वामी को शमन मानचित्र जमा करने का समय दिया था। ऐसा न करने पर पिछले माह ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया गया था।
शादी के लिए शॉपिंग करने आई थी अनीता
चंद्रावती चौबेपुर निवासी अनीता सोनकर की शादी तय हो गई थी। वह अपनी बुआ के घर शॉपिंग करने गांव से आई थी। शाम करीब पांच बजे आंधी चलने के दौरान बर्तन मांज रही अनीता के सिर पर इस भवन की दीवार का एक हिस्सा गिरा। ईंटें टीनशेड को तोड़ते हुए अनीता के सिर पर गिरने से उसकी मौत हो गई थी। उसकी बुआ सितारा देवी और गौतम यादव भी गंभीर रूप से घायल हुए थे।