आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। हिंदू धर्मे के मुताबिक हर घर में तुलसी की पूजा करना भी अच्छा माना जाता है। धार्मिक महत्व के साथ इसके सेहत के लिए भी काफी फायदे हैं। ये कई तरह के रोगों से छुटकारा दिलाने में मददगार होती है। हालांकि अगर गलत तरह से इसे खाया जाए तो ये सेहत के लिए काफी खराब साबित होती है। यहां देखें तुलसी के अमेजिंग फायदों के साथ इसे खाने का सही तरीका और कुछ साइड इफेक्ट्स
तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde)
1) नैचुरल इम्यूनिटी बूस्टर
तुलसी विटामिन सी और जिंक से भरपूर होती है। इस तरह यह एक नैचुरल इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है और संक्रमण को दूर रखता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमणों से बचाते हैं।
2) सर्दी, खांसी और को कम करता है
तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों का रस शहद और अदरक के साथ मिलाकर ब्रोंकाइटिस, दमा, इन्फ्लुएंजा, खांसी और सर्दी में असरदार होता है।
3) कैंसर रोधी गुण
तुलसी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इस तरह, वे हमें स्किन, लिवर, मुंह और फेफड़ों के कैंसर से बचाने में मदद करते हैं।
4) त्वचा और बालों के लिए होती है सही
तुलसी स्किन के दाग-धब्बों और मुंहासों को दूर करने में मदद करती है। यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है और यह समय से पहले बूढ़ा होने से रोकने में मदद करती है। तुलसी हमारे बालों की जड़ों को भी मजबूत करती है, जिससे बालों का झड़ना रुक जाता है। इसी के साथ इसके एंटीफंगल गुण फंगस और डैंड्रफ को रोकते हैं।
5) ओरल हेल्थ के लिए है बेहतरीन
तुलसी में दांत और मसूड़ों को मजबूत करने वाले गुण होते हैं। इसके अलावा, यह मुंह के छालों पर काम कर सकता है और इसलिए ओरल हेल्थ की देखभाल के लिए ये बेस्ट है।
6) तनाव और थकान होती है कम
रिपोर्ट्स की मानें तो तुलसी के कई शारीरिक और मानसिक हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं। थका देने वाले दिन के बाद तुलसी ड्रिंक पीने से तनाव और थकान दूर करने में मदद मिल सकती है।
7) किडनी स्टोन में किया जा सकता है इस्तेमाल
तुलसी शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है और इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं। यह शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है, जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण है। यूरिक एसिड के लेवल में कमी से भी गाउट के रोगियों को राहत मिलती है।
क्या है तुलसी खाने का सही तरीका (Tulsi Khane Ka Sahi Tarika)
तुलसी की पत्ती को कुछ लोग चबाकर खाते हैं, जबकि ये पूरी तरह से गलत है। तुलसी के पत्ते चबाकर न खाने के पीछे अगर वैज्ञानिक कारण देखें तो इसकी पत्ती में मर्करी और आइरन होता है, जो कि चबाने पर ही निकलता है। ये आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही तुलसी की पत्ती एसिडिक होती हैं। अगर आप रोजाना काफी मात्रा में तुलसी चबाते हैं तो दांत खराब हो सकते हैं। तुलसी की पत्ती चबाने की जगह आप इसे पानी से निगल सकते हैं।
इसे खाने के बेस्ट तरीकों में से एक ये भी है कि आप इसे काढ़ें या फिर चाय में उबालकर पी सकते हैं।
तुलसी खाने के साइड इफेक्ट (Tulsi ke Side Effects)
– तुलसी उन महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है जो गर्भ धारण करने की कोशिश कर रही हैं।
– कुछ लोग जब अपने खाने में पहली बार तुलसी की चाय को शामिल करते हैं तो उन्हें मतली या दस्त का अनुभव होता है, इसलिए यह सबसे अच्छा है कि आप कम मात्रा में शुरुआत करें और समय के साथ बढ़ाएं।
– तुलसी ब्लड शुगर को कम कर सकती है और उन लोगों में सावधानी के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए जिन्हें डायबिटीज है और जो ब्लड शुगर को कम करने वाली दवा ले रहे हैं।