द भरतपुर सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के रिकॉर्ड रूम में आज शाम करीब 4 बजे अचानक आग लग गई । आग की सूचना पर दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया । पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और आग लगने के कारणों की जांच के लिए एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है । क्योंकि इस बैंक में 26 करोड़ रुपए का घोटाला भी हुआ था जिसकी जांच फिलहाल जारी है ।
बैंक में घोटाले का क्या है मामला
दरअसल, भरतपुर के सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में करीब ₹26 करोड़ का घोटाला हुआ था जिसकी जांच चल रही है । यह घोटाला किसानों के कर्ज माफी के बदले सरकार की ओर से दी गई रकम में किया गया था । लेकिन इस बैंक के अधिकारियों ने करीब ₹26 करोड़ का घोटाला किया था । बैंक के अधिकारियों ने ऋण खातों में उस राशि को जमा कराने के बजाय बचत खातों में जमा करा दिया था और रुपए हड़प लिए थे ।
जब इस घोटाले की जांच की गई तो चार अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया था । जांच कमेटी के सामने आया था कि एक सोसाइटी में एक ही एंट्री के साथ ₹62 लाख जमा कराए गए थे । लेकिन एक ही एंट्री में ₹62 लाख जमा कराने की वजह क्या थी इसका जवाब ना तो खाताधारक के पास था और ना ही बैंक अधिकारियों के पास । गौरतलब है कि भाजपा सरकार ने वर्ष 2018 में किसानों का ₹50,000 तक और फिर 2019 में कांग्रेस सरकार ने सभी अल्पकालीन फसली ऋण माफ किए थे ।
किसानों के कर्ज माफी की घोषणा के बाद यह राशि राज्य सरकार ने अपेक्स बैंक उपलब्ध कराई थी। फिर अपेक्स बैंक के जरिए यह धनराशि सभी केंद्रीय सहकारी बैंकों की शाखाओं को भेज दी गई थी। लेकिन भरतपुर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के अधिकारियों ने यह राशि ऋण खाते में जमा कराकर बचत खाते में जमा करा ली थी और यही वजह है कि आज भी ऋण खातों में राशि बकाया चल रही है।
क्या कहना है अधिकारियों का
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट रघुनाथ खटीक ने बताया कि सूचना मिली थी कि सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक में आगजनी हो गई है। आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया है । आग कैसे लगी इसके कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।