दिल्ली नगर निगम ने आईटीओ स्थित कब्रिस्तान की दीवार के साथ और प्रेस लेन के पीछे सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से निर्मित 50 से अधिक दुकानों पर बुलडोजर चला पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। अतिक्रमण की कार्रवाई अदालत के आदेश पर की गई, जो देर शाम तक चली। निगम अधिकारियों ने कहा कि अदालत के आदेश के बाद करीब 1800 वर्गमीटर भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है।
निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के अधिकारी बुधवार को सुबह करीब 12 बजे पुलिस बल के साथ आईटीओ स्थित टाइम्स ऑफ इंडिया इमारत के पीछे पहुंचे और वहां बैरिकेड लगा कर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। निगम दस्ते के बुलडोजर ने कब्रिस्तान की चाहरदीवारी से सटी पक्की दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। इनमें चाय की दुकान, ढाबा, कबाड़ी और लघु समाचार पत्रों के कार्यालय शामिल हैं।
यहां ढाबा चलाने वाले प्रदीप मलिक ने बताया कि उनकी दुकान करीब 55 साल से अधिक पुरानी थी, जिसे निगम ने ढहा दिया। वह दुकान का हाउस टैक्स, बिजली का बिल भी सालों से जमा करा रहे हैं, लेकिन इस दुकान की रजिस्ट्री उनके पास नहीं है।
एक साल पहले दुकानें खाली करने को कहा था
कबाड़ी की दुकान चलाने वाले अनीस ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2011 में पांच लाख रुपये देकर दुकान खरीदी थी। उनके पास निगम का यूपिक नंबर भी है और समय से हाउस टैक्स व बिजली-पानी का बिल भी जमा कराते आ रहे हैं। करीब एक साल पहले निगम ने दुकानें खाली करने के लिए कहा था।