टाटा सफारी का इलेक्ट्रिक मॉडल पहली बार टेस्टिंग के दौरान दिखाई दिया है। इसका मतलब ये होता है कि कंपनी अपनी इस लग्जरी SUV का इलेक्ट्रिक मॉडल तैयार कर चुकी है। दरअसल, इस कार को राजस्थान के जोधपुर में स्पॉट किया गया। इस SUV के पीछे ग्रीन कलर की नंबर प्लेट लगाई गई थी। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये सफारी का इलेक्ट्रिक मॉडल हो सकता है। कई व्हीकल डेटाबेस में नंबर प्लेट की खोज करने के बाद इस बात का पता चला कि ये 2.0L क्रायोटेक BS6 इंजन के साथ XZA+ वैरिएंट है। अब तक कंपनी ने इसके इलेक्ट्रिक मॉडल का लेकर कोई अनाउंसमेंट नहीं की है।
अभी सफारी में 2.0 लीटर डीजल इंजन दिया
टाटा सफारी में केवल 2.0 लीटर क्रायोटेक डीजल इंजन मिलता है जो स्टेलेंटिस से लिया गया है। ये इंजन 168 bhp का पावर और 350 Nm का टॉर्क जनरेट करता है। टाटा मोटर्स सफारी का पेट्रोल इंजन के साथ भी टेस्टिंग कर रही है। इस टेस्टिंग के दौरान सफारी को लाल रंग की नंबर प्लेट के साथ देखा गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में हर एक टेस्टिंग के लिए नंबर प्लेट के कलर्स को अलग-अलग रखा गया है।
हर नंबर प्लेट की अलग पहचान
ब्लैक फॉन्ट वाला व्हाइट बोर्ड पीवी (पैसेंजर व्हीकल) को दर्शाता है, यलो बोर्ड ब्लैक फॉन्ट के साथ एलसीवी (लाइट कमर्शियल व्हीकल) और एचसीवी (हैवी कमर्शियल व्हीकल) को दर्शाता है। जबकि पीले रंग के फॉन्ट वाला एक ब्लैक बोर्ड सेल्फ-ड्राइविंग रेंटल वाहनों को दर्शाता है। इलेक्ट्रिक वाहनों को दो अलग-अलग प्रकार की नंबर प्लेट मिलती हैं जहां बोर्ड दोनों के लिए हरा होता है। यदि व्हीकल में सफेद फॉन्ट है, तो यह एक इलेक्ट्रिक पीवी है और यदि फॉन्ट यलो है, तो यह एक इलेक्ट्रिक सीवी है।
नंबर प्लेट भी एकदम असली
टाटा सफारी के जिसे इलेक्ट्रिक मॉडल के स्पॉट किया गया है उसमें व्हाइट फॉन्ट वाला ग्रीन बोर्ड दिया है, जो दर्शाता है कि यह एक इलेक्ट्रिक पीवी है। लेकिन टाटा ने इसे अभी तक लॉन्च नहीं किया। यदि आपको ऐसा लगता है कि यह किसी के द्वारा की गई शरारत या धोखाधड़ी है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि नंबर प्लेट ठीक से उभरी हुई है। जिसमें आरटीओ के होलोग्राम के साथ नॉन-रिमूवेबल बोल्ट भी होते हैं। यह नकली नंबर प्लेट की तरह बिल्कुल भी नहीं दिखती है।