गुरुवार को दादानगर इलाके की फैक्टरी में एक अनजान युवक की खुदकुशी कैमरे में कैद हो गई। वह काम बंद होने के बाद चुपचाप फैक्टरी में घुसा और दीवार पर गोबर से ‘अब नहीं लौटना’ लिख कर फांसी पर झूल गया। एक बार फंदा फिसलने से उसकी जान बच गई लेकिन कुछ ही देर में उसने दूसरी कोशिश की। इस बार उसकी जान नहीं बची। यह पूरी घटना फैक्टरी में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।
बरामदे में लटक रहा था शव
दादानगर फैक्टरी एरिया 52 बी में प्रवीण चतुर्वेदी की स्टील के ड्रम बनाने की फैक्टरी है। फैक्टरी के गार्ड मोनू श्रीवास्तव ने बताया कि रात 8 बजे सभी कर्मचारी काम खत्म करने के बाद चले गए। उसने अंदर से गेट बंद कर लिया। रात में नींद आने पर वह कमरे में सो गया। सुबह पांच बजे उठा तो देखा फैक्टरी के बरामदे में किसी का शव लटक रहा है। उसने पनकी निवासी मालिक प्रवीण चतुर्वेदी को फोन कर जानकारी दी।
पंखे के सहारे लगाई फांसी
प्रवीण की सूचना पर पहंची फैक्टरी एरिया चौकी इंचार्ज सरिता मिश्रा ने फैक्टरी में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। रात 11:30 बजे लगभग 32 वर्षीय युवक चुपचाप गेट फांद कर फैक्टरी में घुसता दिखाई दिया। रात 1:20 बजे उसने पंखे के सहारे फांसी के फंदे पर झूलकर कर जान देने की पहली कोशिश की, लेकिन फंदा पंखे से फिसल गया। इसके बाद उसने पानी पिया। 10 मिनट बाद उसने एक बार फिर फंदा गले में डाला और नीचे रखी मेज गिरा दी। कुछ देर में उसकी मौत हो गई। फैक्टरी की एक दीवार पर गोबर से ‘वापस नहीं लौटना’ लिखा पाया गया माना जा रहा है कि यह उसी युवक ने सुसाइड नोट के रूप में लिखा है। पुलिस युवक की पहचान की कोशिश कर रही है।