राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हनुमानगढ़ जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसलों के बीमे में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है। जिले के नोहर और भादरा उपखंड क्षेत्रों सहित कुछ अन्य इलाकों में यह फर्जीवाड़ा हुआ था। फर्जीवाड़ों के इन मामलों में एक ग्राम सेवा सहकारी समिति के तत्कालीन व्यवस्थापक को गिरफ्तार किया गया है।
ब्यूरो के मुताबिक भादरा उपखंड क्षेत्र में ग्राम सेवा सहकारी समिति मलसीसर के तत्कालीन व्यवस्थापक दुलीचंद खाती निवासी मलसीसर की गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में और भी कई आरोपी हैं। ब्यूरो सूत्रों ने उनकी भी जल्दी गिरफ्तारी की बात कही है। सूत्रों के अनुसार पटवार मंडल मलसीसर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 में एक ही भूमि पर करोड़ों रुपये का दोहरा और तिहरा बीमा क्लेम बैंक एवं बीमा कंपनियों के अधिकारियों से मिलीभगत कर किसानों द्वारा लाभ उठाए जाने संबंधी शिकायतें ब्यूरो को प्राप्त हुईं।
यूं किया बीमा पॉलिसी में खेल
जांच में पाया गया कि तत्कालीन व्यवस्थापक दुलीचंद ने लाभार्थी किसानों से मिलीभगत कर दोहरी बीमा पॉलिसी बनाईं। इसमें बीमा धारकों द्वारा फर्जी बीमा क्लेम प्राप्त किया गया। जिन व्यक्तियों ने खरीफ 2020 में पंजाब नेशनल बैंक की मलसीसर शाखा और अन्य बैंकों से फसलों का बीमा करवाया, उन्हीं व्यक्तियों के नाम से उसी जमीन का उतना ही अथवा क्षेत्र बढ़ाकर दोबारा तिबारा बीमा पॉलिसियां दुलीचंद द्वारा बनाई गईं।