यूपी के बदायूं में ज्येष्ठ माह के दशहरा पर गुरुवार को विभिन्न घाटों पर स्नान करते हुए 17 लोग गंगा में डूब गए। इनमें से एक बालक समेत छह की मौत हो गई। दो युवकों की तलाश जारी है।
उसहैत क्षेत्र के अटेना गंगा नदी घाट पर फर्रुखाबाद के गढ़िया नगला खुमानी के बॉबी (15) की डूबने से मौत हो गयी। इसी घाट पर अलापुर कस्बा के वार्ड तीन के रामकिशोर (23) की डूबने से मौत हो गयी। सहसवान के भज्जी की मढ़िया गंगा घाट पर भवानीपुर खैरू के देशराज, चुरामन, दिनेश समेत पांच डूब गये। इनमें से चार को बचा लिया गया, लेकिन दिनेश की डूबने से मौत हो गयी।
इधर, जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव करेई के लोग गंगा स्नान करने के लिये सीमा से सटे अलीगढ़ जिले के संकरा स्थित गंगा घाट पर गये थे, यहां के प्रमोद (18) व हरी सिंह (19) की डूबने से मौत हो गयी। उनके साथी तीन को बचा लिया। इनके साथ डूबे बुलंदशहर निवासी विष्णु (22) का पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा उझानी के कछला में भागीरथ गंगा घाट पर राजस्थान के टोंक के हेमराज मीना (20) डूब गये। हजरतपुर क्षेत्र में बह रही रामगंगा में पिपला के शिवकांत (10) की डूबने से मौत हो गयी।
अव्यवस्थाओं से घिरे गंगा घाट, अंजाने में समां जाती जिंदगियां
जिले के कटरी से सटे गंगा स्नान घाट अव्यवस्थाओं से घिरे है। जहां प्रशासन की ओर से सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। इसके अलावा कछला के भागीरथ घाट के दोनों ओर के सिरे को छोड़कर कोई भी गंगा घाट चिह्रित नहीं है। लोगों के द्वारा ही स्वत: ही घाट तैयार कर लिये है। जहां मनमर्जी के हिसाब से गंगा में डुबकी लगाते है।
नतीजन यहां हर स्नान के दौरान डूबने की घटनायें हो जाती है। बीते दिनों से गंगा घाटों पर डूबने की घटनाओं का तेजी से ग्राफ बढ़ा है। जिले के कछला और अटैना गंगा घाट पर एक माह के अंदर करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की डूबने से मौत हो गयी है। गुरुवार को दशहरा पर्व पर भी छह परिवारों के लिये मातमी साबित हुआ। विभिन्न इलाकों के रहने वाले छह लोगों की गंगा में डूबने से मौत हो गयी। जबकि 12 लोगों को गोतोखारों ने बचाकर फिर से नया जीवन दान दिया।
सहसवान के भज्जी की मढ़िया घाट पर एक की मौत: सहसवान। कोतवाली क्षेत्र के गांव भज्जी की मढ़िया के समीप गंगा बह रही है। जहां लोगों ने जहां तहां घाट तैयार कर लिये है। गुरुवार सुबह दस बजे करीब क्षेत्र के गांव भवानीपुर खैरू निवासी देशराज, चुरामन, दिनेश समेत दो लोग गंगा मे नहाने के दौरान डूब गये। गोताखोरों के मुताबिक, सभी लोग गहरे जलस्तर में स्नान कर रहे थे। उन्हें डूबता देख कर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। वहां कोतवाल संजीव शुक्ला फोर्स के साथ पहुंच गये और गोताखोरों से डूबे हुये लोगों को बचाव का कार्य शुरू कराया। एक घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने चार लोगों को सकुशल निकाल दिया, लेकिन एक काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिल सका। गोताखोरों ने कई घंटे बाद दिनेश पुत्र भाय सिंह का शव बरामद कर दिया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना किया है। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
युवक को तलाशने में हांफे गोताखोर
कछला गंगा घाट पर राजस्थान प्रदेश के जिला टोंक के थाना दत्तबांस के गांव महापुर निवासी 20 वर्षीय हेमराज पुत्र फेलीराम और हाथरस के थाना सिकंदराराऊ निवासी 21 वर्षीय राजकुमार पुत्र बिजेंद्र गहरे पानी में जाने से डूब गये। पांच घंटे की मशक्क के बाद गोताखोरों ने राजस्थान के हेमराज की लाश तो गंगा से बरामद कर ली, लेकिन हाथरस के राजकुमार का कोई पता नहीं चल सका। उसे तलाशने में गोताखोर हांफ गये।
पुल से गंगा में कूदना महंगा पड़ा छह दोस्तों को
पुल से गंगा में उछल कूद करने छह दोस्तों को भारी महंगा पड़ गया। एक साथ पुल से कूदने पर छह दोस्त गंगा में डूब गये। मौके पर पहुंचे गोताखोरों ने तीन दोस्तों को तो सकुशल निकाल लिया, लेकिन चचेरे तहेरे भाइयों की जान नहीं बचा सके। जबकि बुलंदशहर के डिबाई का एक युवक का देर शाम तक कोई सुराग नहीं लग सका है। भाइयों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव केरई निवासी हरी सिंह 19 पुत्र बाबूराम, अपने दोस्त बुलंदशहर जिले के डिबाई निवासी विष्णु 22 पुत्र राजवीर के साथ सब्जी बेचकर अपने परिवार का जीवन यापन करता था।