दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने बाहरी दिल्ली के रोहिणी के सेक्टर-1 अवंतिका में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। इसका नाम इंडियन जिगोलो है जो यौन शक्तियों को बढ़ाने के लिए गोलियां और स्प्रे बेचने के अलावा लोगों को एस्कॉर्ट सेवाओं में शामिल होने का लालच देता था। इस फर्जी कॉल सेंटर के जरिए पूरे भारत में 50 से ज्यादा लोगों से कई लाख रुपये ठगे गए हैं।
इस रैकेट का मास्टरमाइंड दिल्ली यूनिवर्सिटी का एक स्नातक है जो कॉल सेंटर का मालिक भी है, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा टेलीकॉलर के रूप में काम करने वाली आठ महिलाएं जो फोन करके लोगों को भुगतान करने के लिए प्रेरित करती थीं, उन्हें पुलिस ने जांच में शामिल होने का नोटिस भेजा है।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी-उत्तर) बृजेंद्र यादव ने कहा कि कॉल सेंटर जुलाई 2021 से चल रहा था। उन्होंने बताया कि कुल 12 बेसिक मोबाइल फोन, डिजिटल भुगतान के लिए इस्तेमाल होने वाला एक स्मार्टफोन, पीड़ितों और उनके वित्तीय लेनदेन का विवरण रखने के लिए 16 छोटी नोटबुक, कर्मचारियों की अटेंडेस वाला एक रजिस्टर और यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोलियों और स्प्रे की 10 बोतलें बरामद की गईं हैं।
डीसीपी यादव ने कहा, ‘5.67 लाख रुपये के लेन-देन में उपयोग किए जाने वाले डिजिटल भुगतान वाले अकाउंट को डेबिट-फ्रीज कर दिया गया है।’ पुलिस ने कहा कि कॉल बॉय (जिगोलो) की नौकरी की पेशकश के बाद 70,000 रुपये की ठगी करने वाले सुमित की शिकायत पर बाहरी-उत्तर जिले के साइबर सेल पुलिस स्टेशन द्वारा की गई जांच के बाद कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया था।
पीड़ित का एस्कॉर्ट के रूप में पंजीकरण कराने और उसे ग्राहकों की बुकिंग के नाम पर पैसे देने के लिए प्रेरित किया गया था। पैसे का भुगतान डिजिटल पेमेंट गेटवे के जरिए हुआ था। डीसीपी यादव ने कहा कि जांच के दौरान जांच टीम ने तकनीकी निगरानी के जरिए डिजिटल खाते के लाभार्थी की लोकेशन ट्रैक की और पाया कि इस तरह की धोखाधड़ी के लिए एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा है।
पुलिस ने छापेमारी की और मास्टरमाइंड की पहचान उसके नाम मेहताब के जरिए हुई जिसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। कॉल सेंटर में आठ महिला कर्मचारी टेलीकॉलर के रूप में कार्यरत मिलीं। डीसीपी ने कहा, महिलाओं को इंटरनेट और पोर्न साइट्स पर कॉल करने और विज्ञापन देने के लिए नौकरी पर रखा गया था। वे रैंडम नंबर पर कॉल करतीं और लोगों से यौन शक्ति बढ़ाने वाले प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए कहती थीं। यदि कोई कॉलर दावा करता की उसकी यौन शक्ति बिलकुल ठीक है और उसे किसी दवा की जरूरत नहीं है, तो टेलीकॉलर्स उन्हें आकर्षक पैसे के बदले एस्कॉर्ट सेवाओं में शामिल होने की पेशकश करती। इलके बाद जो लोग मान जाते थे उनसे पंजीकरण और प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे ठगे जाते थे। रैकेट के जरिए 50 से ज्यादा लोगों को ठगा गया है। महिलाओं को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
पुलिस ने कहा कि मेहताब ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली है लेकिन स्नातकोत्तर के दौरान उसने पढ़ाई छोड़ दी। इसके बाद उसने सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू की और उस दौरान कुछ कॉल सेंटरों में काम किया। इस बिजनेस में अनुभव प्राप्त करने के बाद, मेहताब ने यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोली और स्प्रे ‘कार्य सुख पावर’ बेचने के विचार के साथ एक फर्जी कॉल सेंटर शुरू किया। इसके अलावा वह उन लोगों को जल्दी और तेज पैसा कमाने के लिए जिगोलो सेवाओं से जुड़ने का लालच देता था जो दावा करते थे कि उनकी यौन शक्ति अच्छी है।