मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मेयर या पार्षद पद के संभावित उम्मीदवारों से हलफनामा दाखिल करने को कहा है। इसमें कहा गया है कि टिकट न दिए जाने पर भी वे पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। वहीं, बीजेपी ने इस हलफनामे की आड़ में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर निशाना साधा है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि इसमें कुछ गलत नहीं है, जो लोग टिकट मांग रहे हैं, उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए यह हलफनामा दिया है।
राज्य कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इन चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के टिकट के लिए होड़ में हैं। एक सीट पर तीन से पांच संभावित उम्मीदवार हैं। विधान सभा चुनाव की तरह संभावना है कि टिकट से वंचित व्यक्ति निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकता है। यह पार्टी के प्रदर्शन को प्रभावित करता है इसलिए वरिष्ठ नेतृत्व ने पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी संभावित उम्मीदवारों से हलफनामा मांगने का फैसला किया है।’
100 रुपये के स्टांप पेपर पर बने चार लाइन के इस हलफनामे में हर टिकट मांगनेवाले से लिखवाया गया, ‘मैं शपथपूर्वक वचन देता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे विधानसभा क्षेत्र में जिस किसी को भी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाएगी, मैं उसके पक्ष में पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से काम करूंगा। मैं वचन देता हूं कि पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ न तो निर्दलीय और न ही किसी अन्य दल से चुनाव लडूंगा और न ही पार्टी विरोधी कार्य करूंगा।’
भोपाल के वार्ड 62 से कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने कहा, ‘पार्टी के प्रति वफादारी साबित करना जरूरी है क्योंकि पिछले 2-3 सालों में हमने देखा है कि बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं को लुभाया है और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन किया है। हमने विश्वास पैदा करने के लिए हलफनामा पेश किया है। पार्टी नेताओं के बीच टिकट से पार्टी के प्रति हमारी निष्ठा भंग नहीं होगी।’
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘कई लोगों ने पार्टी टिकट के लिए दावा किया है लेकिन मौका किसी को ही मिल सकता है। लेकिन हमें अपनी पार्टी को बचाना है, एक व्यक्ति को नहीं। पार्टी को मजबूत करने के लिए हमें ऐसा फैसला लेना पड़ा। लेकिन मैं यह भी कोशिश करूंगा कि अगर किसी को लगता है कि अन्याय हुआ है, तो हम फैसले की समीक्षा कर सकते हैं।
हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व ने कहा कि यह कांग्रेस की घबराहट को दर्शाता है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ‘इससे पता चलता है कि कांग्रेस को इस चुनाव में और लोगों को खोने का डर है। 28 विधायकों को खोने के बाद कांग्रेस घबराई हुई है और वे और नेताओं को नहीं खोना चाहते हैं इसलिए वे वफादारी का यह प्रमाण लेकर आए हैं। इससे पता चलता है कि पार्टी की जड़ें और विचारधारा इतनी मजबूत नहीं है कि एक उम्मीदवार को पार्टी में बनाए रख सके।