बदायूं के बिनावर थाना क्षेत्र के गांव चंदौरा में बुधवार रात एक युवती ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पिता का आरोप है कि पुलिस के उत्पीड़न से तंग आकर उसकी बेटी ने यह कदम उठाया। सूचना के बावजूद थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। एसएसपी तक सूचना पहुंचने के बाद सीओ फोर्स समेत मौके पर पहुंचे। तब जाकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। सीओ मामले की जांच कर रहे हैं।
गांव निवासी किश्वर के परिजनों का 9 मई को अपने ही परिवार के लोगों के साथ विवाद हो गया था। उन्होंने पुलिस को तहरीर दी थी। आरोप है कि थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 13 मई को विरोधियों की तहरीर मिलने पर एक दरोगा महिला आरक्षियों को लेकर उनके घर पहुंचा। उस वक्त उनकी पत्नी नहा रही थी। पुलिस टीम उसकी पत्नी को खींचकर उसी हालत में ले जाने लगी। बेटी ने बचाना चाहा, लेकिन पुलिस ने उसके साथ मारपीट कर दी।
इसके बाद पुलिस टीम उसकी पत्नी और बेटी को पकड़कर थाने ले गयी। दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया। किश्वर का कहना है कि इस घटना के बाद से ही पत्नी और बेटी अवसाद में थीं। बुधवार की रात करीब आठ बजे उनकी बेटी गुलिस्ता ने कमरे में फांसी के फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी।
मृतका के भाई सलमान का आरोप है कि उनकी बहन ने पुलिस के उत्पीड़न से आहत होकर ही खुदकुशी की। सूचना के बाद भी पुलिस समय से नहीं पहुंची। एसएसपी को सूचना मिलने के दो घंटे बाद पहुंची थाना पुलिस ने युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया। सीओ सिटी अलोक मिश्र ने परिजनों के बयान दर्ज किये।
बदायूं के एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने कहा, ‘शिकायत मिली थी। सीओ सिटी को मौके पर भेजा गया। जांच में जो तथ्य सामने आयेंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जो भी पुलिसकर्मी संलिप्त पाया जाएगा, उसको बख्शा नहीं जायेगा।’