राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मंगलवार रात पूर्व पार्षद के इकलौते बेटे की तलवार और सरियों से पीट-पीटकर हत्या के बाद माहौल गरमा गया है। गुस्साए लोगों ने बाजार बंद करवा दिए और आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बुधवार सुबह से शहर में तनाव की स्थिति है और विभिन्न संगठनों के लोग धरने पर बैठे हैं। शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। आरोपियों में समुदाय विशेष के युवा शामिल होने से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
गांधीनगर के रहने वाले पूर्व पार्षद जगदीश सोनी का बेटा राकेश उर्फ रतन सिंह मंगलवार रात एक कार्यक्रम में शामिल होकर घर लौट रहा था, श्मशान घाट के पास बाइक पर आए बदमाशों ने तलवार व सरियों से हमला कर दिया। घायल को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया, मगर रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद सोनी समाज और हिंदू संगठनों के लोग सुभाष चौक पर एकत्र हुए और हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।
पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया, कारणों का खुलासा नहीं
बताया गया है कि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ की जा रही है। पुलिस जल्दी ही मामले का खुलासा करने वाली है। लेकिन हालात को देखते हुए एएसपी कैलाश सिंह सांदू, डीवाईएसपी बुद्धराज, कोतवाली थाने से सब इंस्पेक्टर गोपालनाथ सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस की ओर से लगातार सभी को देर रात तक समझाइश की गई। मौके पर सांसद सीपी जोशी और विधायक चंद्रभान सिंह आक्या भी पहुंचे। सभी मिलकर एसपी से भी मिलने गए और थाना कोतवाली में भी रिपोर्ट दी। सांसद सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं, अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं रहा है।
यह बोली पुलिस
चित्तौड़गढ़ एसपी प्रीति जैन ने बताया कि मंगलवार देर रात कोतवाली क्षेत्र में रतन सोनी हत्याकांड में पुलिस को विभिन्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन संदिग्धों को राउंडअप किया है। प्रारंभिक तौर पर कुछ नाम सामने आए हैं उनमें वसीम, राहुल सेन, मुश्ताक हुसैन, कालू और हिम्मत सिंह शामिल हैं।