यूपी की 11 राज्यसभा सीटों पर चुनाव का ऐलान हो चुका है। 10 जून को होने वाले इस चुनाव के मैदान में राजनीतिक दलों ने प्रत्याशियों के नामों का लगभग ऐलान कर दिया है। हालांकि इस बार चुनाव मैदान में केवल दो ही पार्टी नजर आएंगी। सपा और भाजपा के अलावा अन्य दल इस बार पूरी तरह से नदारद हो चुके हैं। सपा ने तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का ऐलान किया है तो वहीं भाजपा आठ सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। सपा ने चौथी प्रत्याशी उतारने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि वह राज्यसभा चुनाव के लिए चौथी प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, भर्तियों में आरक्षण नियमों का पालन नहीं हुआ है। प्रदेश के युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, भाजपा को अभी भी समाजवाद को समझने की जरूरत है। इस बार लड़ाई राज्य को बचाने की नहीं बल्कि लोकतंत्र, समाजवादी और धर्मनिरपेक्षता को बचाने की है। भाजपा इन पर हमला कर रही है और संस्थानों को तबाह कर रही है।
राज्यसभा के लिए सपा ने इन तीन के नामों पर लगाई मुहर
राज्यसभा चुनाव के लिए सपा ने तीन प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगा दी है। सपा ने जावेद अली खान, राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल को सपा ने तीसरे प्रत्याशी के रूप में समर्थन दिया है। बतादें कि राज्यसभा के 11 सदस्यों का चार जुलाई को कार्यकाल का पूरा हो रहा है। इनमें भाजपा के जफर इस्लाम, शिव प्रताप शुक्ला, संजय सेठ, सुरेंद्र नागर और जयप्रकाश निषाद शामिल हैं। इसके अलावा सपा के सुखराम सिंह यादव, रेवती रमण सिंह और विशंभर प्रसाद निषाद का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है।