मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ भाजपा ने धोखा किया है। आरक्षण के नाम पर ओबीसी को जिला पंचायत से लेकर सरपंच तक को केवल साढ़े नौ से साढ़े 12 फीसदी रिजर्वेशन दिया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओबीसी को बहुत बड़ा धोखा दिया है। वे कह रहे थे कि 35 प्रतिशत व 30 फीसदी रिजर्वेशन दे रहे हैं।
पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है लेकिन पंचायतों में ओबीसी आरक्षण को लेकर अभी भी राजनीति तेज है। भाजपा और कांग्रेस के बीच पिछड़ा वर्ग को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए हर मौके को भुनाने की कोशिशें की जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के ओबीसी आरक्षण के साथ पंचायत-नगरीय निकाय चुनाव के आदेश के बाद जिस तरह भाजपा ने खुशियां मनाई थीं, वहीं अब कांग्रेस ओबीसी को पूरा रिजर्वेशन नहीं दिए जाने से भाजपा की घेराबंदी कर रही है।
कमलनाथ का आरोप
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया है कि भाजपा ने ओबीसी आरक्षण के नाम पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा किया है। जिला पंचायत में जहां ओबीसी को केवल 11.2 फीसदी रिजर्वेशन दिया है तो जनपद में यह प्रतिशत मात्र 9.5 ही है। जनपद सदस्यों के लिए ओबीसी को 11.5 फीसदी और सरपंचों के लिए 12,5 प्रतिशत आरक्षण ही दिया है। कमलनाथ ने कहा है कि नए आरक्षण से ओबीसी सीटें आधी रह गई हैं। प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराए जाने को लेकर कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सीधे चुनाव कराने से डरती है और खरीद-फरोख्त कर चुनाव जीतना चाहती है।