दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बेड़े में मंगलवार को 150 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल की गईं। इनमें से एक बस इंद्रप्रस्थ डिपो से हरी झंडी दिखा कर रवाना किए जाने के कुछ ही घंटे बाद खराब हो गई। बताया जा रहा है कि बस में खराबी निर्धारित सीमा से अधिक तापमान होने के कारण आई है। वहीं, दिल्ली परिवहन निगम ने कहा कि अंतर्निहित सुरक्षा प्रणाली के कारण बस रुक गई और इसकी जांच करने के बाद और सही करने के बाद दो घंटे के बाद दोबारा इसका संचालन शुरू किया गया। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को 150 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
दिल्ली परिवहन निगम में शामिल हुई ये 150 इलेक्ट्रिक बसें सीसीटीवी कैमरे, आपात बटन और जीपीएस सहित आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। डीटीसी ने करीब 11 साल के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में बसों की खरीद की है। डीटीसी के अधिकारी ने बताया कि एक बार ढाई घंटे तक पूरी तरह से चार्ज करने के बाद ये बसें 140 से 180 किलोमीटर तक का सफर कर सकती हैं। इन बसों की परिचालन अवधि 10 साल है और इस दौरान सीएनजी बसों की तुलना में 1.6 लाख टन कम पीएम-2.5 और 1. 7 लाख टन कम पीएम 10 का उत्सर्जन होगा।
अफसरों को बस में करना होगा सफर
दिल्ली परिवहन विभाग के आलाधिकारियों को अब बस में सफर करना पड़ेगा। बस परिचालन बस सेवा को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। हफ्ते में कम से कम एक बार विभाग के ए व बी श्रेणी के अधिकारी भी बसों में सफर करने के साथ अपनी यात्रा का फीडबैक भी देंगे। उस फीडबैक के आधार पर बस की सेवा में अगर कोई कमी सामने आती है तो सुधार किया जाएगा।