राजस्थान के राजसमंद में संपत्ति से बेदखल करने पर एक कलियुगी बेटे ने अपने ही दोस्त व उसके साथी को सुपारी देकर पिता की हत्या करवा दी। बहनों की शादी में शामिल होने आए बेटे ने पिता की हत्या के लिए सुपारी किलर को बुलाया था। गत 14 मई को ही दो बदमाश अहमदाबाद से बाइक पर आए और रात को सोते हुए पिता की गला दबाकर हत्या कर फरार हो गए। शक होने पर पुलिस ने बेटे की मोबाइल डिटेल खंगाली तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने बेटे समेत तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मर्डर 14 मई की रात को हुआ था। इस वक्त तीनों अभियुक्त पुलिस रिमांड पर हैं।
नाथद्वारा डीएसपी छगन राजपुरोहित ने बताया कि रावों की गुड़ली निवासी भूरसिंह डूलावत की हत्या के आरोप में बेटा राजूसिंह, उसके दोस्त रणजीतसिंह और रामनिवास गिरफ्तार किया। मृतक की अहमदाबाद में नमकीन की 3 दुकानें और मकान सहित करीब 5 करोड़ रुपए की संपत्ति है। बड़ा बेटा राजू सिंह संपत्ति में हिस्सा नहीं देने की बात से पिता से नफरत करता था। हाल ही में दो बहनों की शादी में वह गांव आया था। सही मौका देखकर उसने दोस्त रणजीत को सूचना दी और अपने ही पिता की हत्या करवा दी।
पढ़िए कलयुगी बेटे की जुबानी, पिता से नफरत की पूरी कहानी
नमकीन व्यापारी भूरसिंह की हत्या के आरोपी पुत्र राजूसिंह ने पूछताछ में पुलिस को बताया-मेरी और पिता की शुरू से ही अनबन रहती थी। दुकान पर काम करते वक्त भी मुझे वो डांट फटकार लगाते थे। यही वजह थी कि मैं 2016 में पिता से अलग हो गया। पत्नी व बच्चों के साथ बापू नगर अहमदाबाद में किराए के मकान में रहने लगा। मैंने पापा की दुकान छोड़कर भैरूनाथ नमकीन वाले के यहां नौकरी कर ली। पापा का प्रभाव तो था ही, दो साल बाद में मुझे वहां से नौकरी से निकलवा दिया। इसके बाद मैंने नमकीन की दुकान लगाई, उसको भी झगड़ा कर खाली करवा दिया। इस कारण पापा के प्रति नफरत बढ़ती गई। अभी बुआ के लड़के अभयसिंह के साथ भंगार का काम कर रहा हूं।
ऐसे बनाया पिता के मर्डर का प्लान
राजू ने बताया, इस दौरान रणजीत सिंह चौहान से दोस्ती हुई। लॉकडाउन के कारण उसकी भी आर्थिक हालत खराब थी, उसने पैसे उधार मांगे तो आरोपी पुत्र राजू ने कहा पिता का मर्डर करवा दे तो अच्छे पैसे दूंगा। रणजीत ने 20 लाख की डिमांड की और सौदा 15 लाख में तय हुआ। राजू ने 44 हजार रुपए खर्चे के एडवांस दे दिए। दीपावली के बाद वो रणजीत को रैकी करवाने के लिए अपने घर भी लेकर आया। सभी रास्ते समझा दिए। तीन महीने पहले भी रणजीत को पिता की हत्या करवाने के लिए घर भेजा था, लेकिन मन नहीं मानने पर उसे दुबारा अहमदाबाद बुलवा लिया।
बहन की शादी में बुलाया दोस्त को
12 मई को बहनों की शादी जब राजू घर आया तो, उसने दोबारा प्लान बनाया। शादी के बाद उसने रणजीत को बुलवा लिया। रणजीत व उसका साथी रामनिवास 14 मई को अहमदाबाद से बाइक पर आए। इन दोनों बदमाशों ने पिता के दोस्त गोपाल व जेठू सिंह के साथ ही रात 9 बजे तक बीयर पी। पिता बाहर चारपाई लगाकर सो गए। रात 12 बजे दोनों ने राजू के पिता की रूमाल से गला दबाकर हत्या कर दी।