मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड घोषई गांव में खाने में जहर मिलाकर दो लोगों को मार डाला गया। जहरीला पदार्थ मिला खाना चार लोगों ने खाया था। रिश्ते में साला-बहनोई की जान जा चुकी है, दो का अभी इलाज चल रहा है। बीमारों में एक को भागलपुर रेफर किया गया है दूसरे का इलाज सहरसा के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। परिजनों ने तीन लोगों पर भोजन में जहरीला पदार्थ मिलाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है।
बताया गया कि चौसा प्रखंड के घोषई निवासी सुबोध झा के पुत्र अभिनव कुमार उर्फ गोलू और दामाद सहरसा जिले के रामपुर निवासी आलोक कुमार झा, दूसरे दामाद सहरसा के ही मानस कुमार झा, घोषई के ही मनोज झा के पुत्र प्रभात कुमार ने रविवार की देर शाम एक साथ बैठकर भोजन किया। कुछ घंटे बाद सुबोध झा के दामाद आलोक झा और पुत्र अभिनव उर्फ गोलू को उल्टी-दस्त शुरू हो गया। कुछ और पल गुजरने के बाद प्रभात और मानस की भी हालत बिगड़ने लगी। हालात ज्यादा बिगड़ने पर रविवार की देर रात को आलोक झा सहित चारों लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा में भर्ती कराया गया। सीएचसी में ड्यूटी पर तैनात डॉ. अमित कुमार ने आलोक झा को मृत घोषित कर दिया। अभिनव, प्रभात और मानस को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर कर दिया गया।
परिजनों के अनुसार, सुबोध झा के दूसरे दामाद मानस को इलाज के लिए सहरसा भेज दिया गया, पुत्र अभिनव उर्फ गोलू को भागलपुर मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे अभिनव की भी मौत हो गई। मानस का सहरसा के निजी अस्पताल में इलाज कराए जाने की बात कही जा रही है। प्रभात कुमार झा का भागलपुर के मायागंज अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना से पूरे गांव के लोग सकते में आ गए हैं। एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि सुबोध झा का अपने पड़ोसी से जमीन विवाद चल रहा था। आपसी रंजिश में पड़ोसी द्वारा खाने में जहर मिलाने से यह घटना होने की बात समाने आयी है। परिजनों के आवेदन पर हत्या का केस दर्ज कराया गया है।
घोषई गोठ बस्ती में साला-बहनोई की मौत मामले में दिनभर शराब पीने की अफवाह उड़ती रही। ग्रामीणों के बीच यह अफवाह तेजी से फैली कि रविवार की रात चार लोगों ने छत पर बैठकर खान-पान किया। इस दौरान उनलोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया। इसी वजह से चारों लोगों की तबीयत खराब हो गयी। हालांकि परिजनों और प्रशासन ने शराब की बात को सिरे से नकारते हुए इसे अफवाह करार दिया।