गरीबी से जूझ रही सीहोर की एक अंतर्राष्ट्रीय एथलीट और पांच नेशनल गोल्ड मेडल जीतने वाली बुशरा खान के सिर से मजदूर पिता का साया भी छिन गया है। बुशरा खान एथलेटिक्स प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए पिता की गरीबी के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। अभी जब वह देश के लिए फ्रांस में वैश्विक स्कूल खेल स्पर्धा में प्रतिनिधित्व जाने वाली थी लेकिन वीजा नहीं मिल पाने से वह लौट आई। आज उस पर एक और बड़ा वज्रपात हुआ है। यहां सीहोर में उसके मजदूर पिता की फैक्टी में विस्फोट के साथ आग लग गई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई है जिसमें बुशरा खान के पिता भी हैं।
भोपाल के सीमावर्ती सीहोर जिले में पचामा के पास एक केमिकल फैक्ट्री है जहां आज सुबह तेज विस्फोट के साथ आग लग गई। हादसे के समय फैक्ट्री में चौकीदारी करने वाले गफ्फार खान और एक महिला मजदूर रेखा ठाकुर थे। इन दोनों की विस्फोट के साथ आग लगने से घटना में मौत हो गई। फैक्ट्री में उस समय अन्य मजदूर नहीं आए थे जिससे हादसा और बड़ा होने से बच गया। घटना को लेकर सीहोर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटना में मृत लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।
गफ्फार खान अंतर्राष्ट्रीय एथलीट बुशरा खान के पिता
केमिकल फैक्ट्री हादसे में मृत गफ्फार खान मजदूरी करते थे लेकिन उनकी बेटी ने एथलीट के रूप में देश का नाम रोशन किया है। उनकी बेटी बुशरा खान है जो फ्रांस में हो रहे वैश्विक स्कूल खेल स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली थी लेकिन उसे वीजा नहीं मिला तो वह लौट आई। फ्रांस खेल स्पर्धा में 70 देशों के एथलीट शामिल हुए थे। बुशरा खान इसके पहले नेशनल एथलीट के रूप में पांच गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।