समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हिंदू आस्था का अपमान करने के आरोप लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाए हैं कि सपा प्रमुख वोट बैंक के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस दौरान पार्टी ने यादव पर रामभक्तों पर भी गोली चलवाने की बात कही। अयोध्या में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सपा प्रमुख ने कहा था कि हिंदू धर्म में कहीं भी पीपल के पेड़ के नीचे लाल कपड़ा और पत्थर रख दो, तो मंदिर बन जाता है।
भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘अब अखिलेश यादव जो दावा करते हैं कि श्रीकृष्ण उनके सपने में आए थे, उन्होंने हिंदू आस्था का मजाक उड़ाया है। वह कहते हैं केवल पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रखने और अगर आप उसपर लाल झंडा रखेंगे, तो वह मंदिर बन जाता है। ऐसे किसी व्यक्ति की तरफ से हिंदू आस्था का इस तरह मजाक उड़ाया जाना हैरानी की बात नहीं है, जिसकी राजनीति श्रेय लेने और मासूम रामभक्तों पर गोली चलाकर गर्व महसूस करने में है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह वही अखिलेश यादव हैं, जो हिंदू साधुओं का ‘चिल्लम जीवी’ कहते हुए मजाक उड़ा रहे थे। ये वही अखिलेश यादव हैं जिनकी सरकार ने साधू और संतों पर क्रूर बल का इस्तेमाल किया था। यह वही अखिलेश यादव और पूरे कांग्रेस का ईकोसिस्टम है, जो कहते थे कि श्री राम का अस्तित्व नहीं है। 70 सालों तक इन लोगों ने राम मंदिर का विरोध किया। इन लोगों ने राम सेतु को खत्म करने की साजिश की। उन्होंने हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हराम से की।’
‘हिंदू नफरत का DNA’
पूनावाला ने कहा, ‘वे हिंदू आस्था का मजाक बनाते रहे, लेकिन किसी और धर्म के साथ ऐसा नहीं किया। यह दिखाता है कि है हिंदू नफरत का डीएनए है। वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्होंने किस तरह हिंदू आस्था का मजाक बनाया।’
वीडियो मैसेज में भाजपा प्रवक्ता ने यादव को मंदिर तैयार होने की प्रक्रिया भी बताई। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को यह पता होना चाहिए कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर बनता है। उन्होंने आरोप लगाए कि यादव और उनका पूरा ईको सिस्टम वोट बैंक के लिए इतने उतारू हैं कि हिंदू आस्था का मजाक बनाने और हमला के करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’