नोएडा के फेज-2 स्थित होजरी कॉम्प्लेक्स में कंपनी के बाहर सीवर में सफाई करने के लिए उतरे दो कर्मचारियों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई है। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
फेज-2 थाना प्रभारी ने बताया कि होजरी कॉम्प्लेक्स स्थित सी-17 कपड़ा कंपनी के सामने सोमवार शाम बुलंदशहर के गांव बादशाहपुर निवासी 30 वर्षीय सोनू सफाई करने के लिए सीवर के अंदर चला गया। इसी बीच वह सीवर में बन रही जहरीली गैस की चपेट में आ गया। गैस के प्रभाव में आने से सोनू बेसुध होकर सीवर में गिर गया। जब अंदर कोई हलचल नहीं हुई तो दूसरे कर्मचारी ने झांककर देखा तो सोनू बेहोश पड़ा था। इस पर एटा के गांव चपराई सिकंदरपुर निवासी 46 वर्षीय श्याम बाबू सोनू को बचाने के लिए सीवर में उतर गया।
वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया और बेसुध हो गया। दोनों के बेसुध होने पर अफरातफरी मच गई। आसपास के लोगों की मदद से दोनों को जैसे-तैसे सीवर से बाहर निकाला गया। फिर उन्हें कुलेसरा स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
यहां पर डॉक्टरों ने सोनू को मृत घोषित कर दिया। श्याम बाबू की हालत गंभीर होने पर उसे सेक्टर-71 स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उपचार के दौरान मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद पुलिस ने मृतक सफाईकर्मियों के परिजनों को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने के बाद दोनों के परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
थाना प्रभारी ने बताया कि सोनू कंपनी में सफाईकर्मी था। उसने मार्च से ही कंपनी में नौकरी शुरू की थी। सोनू ने ही सीवर की सफाई करने के लिए अपने परिचित श्याम बाबू को बुलाया था। फिलहाल दोनों के परिजनों ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है। कंपनी प्रबंधन से परिजनों की मुआवजे को लेकर बातचीत चल रही है। परिजनों की तरफ से कोई शिकायत आई तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मदद के लिए आगे आए लोग
सीवर में दोनो कर्मचारियों के बेहोश होने के बाद मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए। लोग कर्मचारियों को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। काफी मशक्कत के बाद किसी तरह से दोनों सफाईकर्मियों को सीवर से बाहर निकाला गया।
पहले भी हो चुके ऐसे हादसे
24 जुलाई 2021 : सेक्टर-5 में क्रिकेट खेलते समय युवकों की गेंद के सीवर में चली गई थी। सीवर से गेंद निकालने के लिए उतरे चार युवकों में से दो की दम घुटने से मौत हो गई थी।
16 अक्टूबर 2021 : सेक्टर-60 स्थित एक कंपनी में सीवर की सफाई करते समय एक मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
28 मई 2021 : बेगमपुर गांव के पास ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ठेकेदार ने बिना सुरक्षा किट के सफाईकर्मी को सीवर में उतार दिया था। सीवर में जहरीली गैस की चपेट में आने से सफाईकर्मी की मौत हो गई थी।
जानलेवा गैस
सीवर लाइन में बनने वाली गैसों में हाइड्रोजन सल्फाइड, अमोनिया, मीथेन, कार्बन मोनो-ऑक्साइड, सल्फर डाइ ऑक्साइड शामिल हैं। यह गैस स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती हैं और विस्फोट की भी वजह बन सकती हैं। इनके प्रभाव में आने से इंसान की मौत हो सकती है। सीवर लाइन में बनने वाली जहरीली गैसों के मिश्रण को निकालने के लिए जगह-जगह पाइप लगाया जाता है। पाइप की लंबाई अधिक रखी जाती है, जिससे लोगों के लिए किसी तरह का खतरा पैदा न हो।
सुरक्षा किट न होने का आरोप
पुलिस अपने स्तर पर कंपनी प्रबंधन से भी इस मामले की पूछताछ कर रही है। आरोप है कि सीवर में उतरने से पहले कर्मचारियों को कोई भी सुरक्षा किट मुहैया नहीं कराई गई थी। किट न होने की वजह से दोनों गैस के प्रभाव में आ गए। इसके बाद दोनों कर्मचारियों का दम घुट गया और इससे उनकी मौत हो गई।
लोगों की मदद से बाहर निकाला
सीवर में सफाई करने के लिए तीन कर्मचारी गए थे। जिस समय दोनों कर्मचारी सीवर में बेहोश हुए तो उस समय बाहर खड़े तीसरे कर्मचारी ने शोर मचाया और लोगों को एकत्र कर लिया। इसके बाद तीसरे सफाईकर्मी ने सीवर में घुसकर लोगों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक कर्मचारी की सोमवार और दूसरे की मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई