राजस्थान के भरतपुर में एक शराबी पुलिसकर्मी की दबंगई सामने आई है। दबंग पुलिसकर्मी ने शराब के नशे में अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए दो महिलाओं को थाने में बंद कर दिया और उनकी पट्टे से जमकर पिटाई कर डाली। पुलिसकर्मी जब महिलाओं को खींचकर थाने में लेकर आया तो महिला पुलिस तक साथ नहीं थी।
इतना ही नहीं दोनों महिलाओं को थाने में बंद कर दिया और खुद शराब का नशाकर महिलाओं की पिटाई कर डाली। इसकी सूचना पर एएसपी राजेंद्र वर्मा मौके पर पहुंचे। दबंग शराबी पुलिसकर्मी को जब मेडिकल कराने के लिए अस्पताल लेकर जाया जाने लगा तो शराबी पुलिसकर्मी पुलिस अधिकारियों की गाड़ी के सामने लेट गया और ड्रामा करने लगा।
कहां का है मामला
मामला भरतपुर के रूपबास थाने का है। जहां पुलिस हेड कांस्टेबल दिगंबर सिंह शराब के नशे में एक जमीन विवाद की तफ्तीश करने के लिए गांव नगला हवेली पहुंचा था। वहां अपनी जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे विजय सिंह व उसकी पत्नी और छोटे भाई की पत्नी को शराबी पुलिसकर्मी जबरदस्ती मारते पीटते हुए जीप में बिठाकर थाने में ले आया था और उनको बंद कर दिया था। थाने के अंदर शराबी पुलिसकर्मी दिगंबर सिंह ने महिलाओं की पिटाई की थी।
इस घटना की सूचना जब जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह को मिली तो उन्होंने मौके पर जांच करने के लिए एएसपी राजेंद्र वर्मा को भेजा। थाने पहुंचकर एएसपी ने शराबी पुलिसकर्मी दिगंबर सिंह को जीप में बिठाकर अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए निर्देश जारी किए। जब पुलिस अधिकारी शराबी पुलिसकर्मी को मेडिकल कराने के लिए अस्पताल लेकर जा रहे थे तो उसने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। आरोपी पुलिस की जीप के आगे लेट गया और ड्रामा करने लगा।
यह बोली पुलिस
एएसपी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि हेड कांस्टेबल दिगंबर सिंह किसी तफ्तीश में गया था। उन्होंने बताया, ‘वहां से दो महिलाओं और एक व्यक्ति को उठाकर थाने में बंद कर दिया है, उनके साथ मारपीट की है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। साथ ही पीड़ित पक्ष की तरफ से शिकायत दर्ज कर दी गई है।’ दूसरी तरफ इस मामले की विभागीय जांच भी की जाएगी, जिसके बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पीड़ित पक्ष का आरोप
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि हम अपनी जमीन पर निर्माण कर रहे थे, जो हमने खरीदी थी। पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल दिगंबर सिंह मौके पर पहुंचे और हमारे साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। जब हमने विरोध किया तो हमारे साथ मारपीट करते हुए हमको खींचकर थाने में बंद कर दिया। थाने में हमारे साथ मारपीट की गई और गाली गलौच की गई।